वाह वाह क्या कहने

यदि है आपके पास कोई लेख/कविता/सजल तो लिख भेजें हमें हमारी ईमेल पर , TV30 INDIA डिजिटल चैनल पर साहित्य , काव्य एवं संस्कृति से सम्बन्धित प्रारम्भ होने जा रहे नये कार्यक्रम में उन्हें प्रसारित करेंगे साथ ही TV30 INDIA की न्यूज वेबसाइट पर प्रकाशित भी करेंगे और यकींन मानिये आपके लेखों एवं कविताओं को वरीयता से प्रसारित एवं प्रकाशित करने में हमें बहुत गर्व महसूस होगा , तो फिर देर कैसी लिख भेजिए हमें ।

लेख हेतु ईमेल :
tv30indiadesk1@gmail.com

वाट्एप – 9758766843

वसंत उत्सव में कवियों ने जमायी महफिल,रचनाओं पर जमकर लगे ठहाके

नालंदा वसंत उत्सव में कवियों ने जमायी महफिल,रचनाओं पर जमकर लगे ठहाके – बिहारशरीफ के हिरण्य पर्वत पर आयोजित द्वितीय “वसंत साहित्य उत्सव” में जिले...

सूरज यों मुस्काता है

सूरज यों मुस्काता है दूर छितिज के पार बैठ कर                  सूरज यों मुस्काता है, जागो उठो खुदा के बंदों  ...

कानपुर : आर्टिस्ट ने विंग कमाण्डर अभिनंदन की फोटो बनाकर खुशी मनाई

कानपुर। पनकी निवासी आर्टिस्ट मोहित सिंह जादौन के द्वारा बनाया गयी यह sketch हमारे देश के वीर विंग कमाण्डर  अभिनंदन और उनकी वीरता के...

हाथरस : ब्रज कला केंद्र राष्ट्रीय कवि संगम के संयुक्त तत्वावधान में मनाया गया...

हाथरस : महान गीतकार गायक मोहम्मद रफी के प्रशंसक एवं कवि दीपक रफी का जन्मदिन श्री राधा कृष्ण कृपा भवन आगरा रोड पर ब्रज...

सूरज यों मुस्काता है

सूरज यों मुस्काता है दूर छितिज के पार बैठ कर सूरज यों मुस्काता है, जागो उठो खुदा के बंदों कर्म भाव सिखलाता है। या हो हिन्दू या हो मुस्लिम, सबको...

सूरज यों मुस्काता है

दूर छितिज के पार बैठ कर                  सूरज यों मुस्काता है, जागो उठो खुदा के बंदों        ...

राजनीति का गिरता स्तर

गांधी तेरे देश का,          ये कैसा है हाल। माल खाकर गरीब का,              ये हो रहे मालामाल। कि गांधीजी...

जात धर्म में बंटता भारत

जात धर्म में बंटता भारत" उठो देश के नौजवानो, तुमसे है उम्मीद नई । जात धर्म के संकट में पड़ रही, हमारी पीढ़ी नई। तुम भारत के नवयुवकों मैं, संदेश...

जात धर्म में बंटता भारत

" जात धर्म में बंटता भारत" उठो देश के नौजवानो, तुमसे है उम्मीद नई । जात धर्म के संकट में पड़ रही, हमारी पीढ़ी नई। तुम भारत के नवयुवकों...

एगो लईकी के खातिर मुँह मोड़ लिहलस दोस्त

एगो लईकी के खातिर मुँह मोड़ लिहलस दोस्त ज़िन्दगी में कबो रोले ना रही हम, बनारस के घाट पर हाथ मे हाथ डाल के ओह दिन...

Latest news

error: Content is protected !!