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सिकंदराराऊ : राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर में 11 से 14 अप्रैल तक आयोजित होने वाले तृतीय राष्ट्रीय आरोग्य मेला का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और आयुष मंत्री प्रेमचंद बैरवा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ हवा महल विधायक स्वामी बालभद्राचार्य भी उपस्थित रहे। उन्होंने आरोग्य मेला की स्पॉन्सर राज आयुर्वैदिक के स्टॉल पर पहुंचकर स्टॉल का अवलोकन किया और राज आयुर्वैदिक के उत्पादों के बारे में जानकारी हासिल की तथा सराहना की। राज आयुर्वैदिक के एमडी देवेंद्र सिंह ने बुके एवं भगवान धन्वंतरि का चित्र भेंट करके उनका स्वागत किया। राज आयुर्वैदिक ने राष्ट्रीय आरोग्य मेला 2025 के स्पॉन्सर के रूप में आयोजन में सहभागिता की है। राज आयुर्वैदिक आयुर्वेद के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम है जिसकी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान है।
राज आयुर्वैदिक के एमडी देवेंद्र सिंह ने बताया कि इस चार दिवसीय कार्यक्रम में आयुर्वेद से जुड़ी स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। मेले में एक बड़ी आयुर्वेद प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें आयुर्वेदिक दवा निर्माताओं की स्टॉल लगीं हैं । साथ ही केंद्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ जैसी संस्थाएं अपने कार्यों को प्रदर्शित करेंगी।कार्यक्रम में देशभर से आए विशेषज्ञ स्वास्थ्य रक्षा के उपाय बताएंगे। रोगियों का निशुल्क परीक्षण किया जाएगा। रोग से बचाव और स्वस्थ जीवन के बारे में जानकारी दी जाएगी। भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के सहयोग से आयुर्वेदिक शिक्षा पर विशेष सत्र होगा। इसमें शिक्षा की वर्तमान स्थिति और नई शिक्षण विधियों पर चर्चा होगी।
राज आयुर्वैदिक के एमडी देवेंद्र सिंह ने बताया कि इस चार दिवसीय कार्यक्रम में आयुर्वेद से जुड़ी स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। मेले में एक बड़ी आयुर्वेद प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें आयुर्वेदिक दवा निर्माताओं की स्टॉल लगीं हैं । साथ ही केंद्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ जैसी संस्थाएं अपने कार्यों को प्रदर्शित करेंगी।कार्यक्रम में देशभर से आए विशेषज्ञ स्वास्थ्य रक्षा के उपाय बताएंगे। रोगियों का निशुल्क परीक्षण किया जाएगा। रोग से बचाव और स्वस्थ जीवन के बारे में जानकारी दी जाएगी। भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के सहयोग से आयुर्वेदिक शिक्षा पर विशेष सत्र होगा। इसमें शिक्षा की वर्तमान स्थिति और नई शिक्षण विधियों पर चर्चा होगी।
INPUT – VINAY CHATURVEDI

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