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हाथरस । साल का अंतिम सूर्यग्रहण आज सर्वपितृ अमावस्या पर लगने जा रहा है। कन्या राशि के हस्त नक्षत्र में लगने वाला यह सूर्यग्रहण कई देशों में दिखाई देगा।हालांकि यह कंकणाकृति सूर्यग्रहण होगा। सूर्यग्रहण के बारे में जानकारी देते हुए वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख एवं ज्योतिर्विद स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज ने बताया कि 8 मई के बाद आज लगने वाला यह वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण न्यूजीलैंड, फिजी, चिली, अर्जेटीना, ब्राजील, मैक्सिको पेरू, एटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, अमेरिका का दक्षिण भाग, उत्तरी अमेरिका आदि देशों में दिखाई देगा परन्तु भारत में ग्रहण काल में रात होने के कारण यह मान्य नहीं रहेगा। इन देशों में कुछ ही समय के लिए सूर्यग्रहण दिखाई देगा। जबकि सूर्यग्रहण का कंकण यानी कंगन की तरह सूर्य केवल दक्षिणी चिली और दक्षिणी अर्जन्टीना में ही दिखाई देगा। अतः भारत में इस सूर्यग्रहण के सूतक मान्य नहीं रहेंगे।
वहीं आज पितृपक्ष के अंतिम दिन के श्राद्ध और तर्पण के विषय में स्वामी जी ने बताया कि श्राद्धपक्ष के 16 दिवसीय महापर्व में जो लोग अपने पूर्वजों का तर्पण करने से वंचित रह गए हैं,उनके लिए आज अंतिम अवसर है ऐसे में अमावस्या का श्राद्ध तर्पण कर पूर्वजों के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट कर सकते हैं
वैदिक ज्योतिष संस्थान के सचिव गौरव शास्त्री ने बताया पितरों के लिए पितृ पक्ष में पितरों के दरवाजे खुले रहते हैं ऐसे में देश की सीमा पर सुरक्षा में लगे जवान जो शहीद हुए, बंगलादेश में हिंदुओं की विधर्मियों के द्वारा हत्या कर दी गई, जिन हिंदुओं की तीर्थ क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा में मृत्यु हुई, अलीगढ शहर व मण्डल में जो हिन्दू धार्मिक आयोजनों में एवं दंगों में मृत्यु को प्राप्त हो गए उन सभी की आत्म तृप्ति के लिए एवं राष्ट्र उन्नति के लिए वैदिक ज्योतिष संस्थान द्वारा अनूप शहर स्थित मस्तराम गंगा घाट(जेपी गंगा घाट ) पर तर्पण किया जायेगा, तर्पण कार्य क्रम में आप सभी जन सम्मिलित हो कर आपने पित्रों को श्रद्धांजलि देकर पुण्य के भागी बन सकते है ।

इनपुट : विनय चतुर्वेदी

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