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सिकंदराराऊ। भाईचारा सेवा समिति के तत्वावधान में एक काव्य गोष्ठी हुसैनपुर समाजसेवी हरपाल सिंह यादव के आवास पर घुमक्कण कवि गाफिल स्वामी की अध्यक्षता में आयोजित की गई तथा संचालन हास्यकवि पंकज पण्डा ने किया।

मुख्य अतिथि के रुप में भाईचारा सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश यादव संघर्षी,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव ने मां सरस्वती के सामने माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया कार्यक्रम में आमन्त्रित सभी अतिथि, समाजसेवियों कवियों को आयोजन समिति द्वारा सम्मानित किया ।
दिल्ली से पधारे कवि सर्जन शीतल ने पढा
जिस पथ से चलकर आए थे उसी राह पर मुड़ा दिए
खुद को तेज समझते थे जो उनके तोता उड़ा दिए
शायर आतिश सोलंकी कासगंज ने पढ़ा –
जो मां बाप में देखते हैं खुदा को
उन्हीं घर में जश्ने बहारा मिला है…
घुमक्कणकवि गाफिल स्वामी ने पढा
रख खुशियों की आज जिंदगी
करती भोग विलास जिंदगी
कवि महेश यादव संघर्षी ने पढ़ा-
दिल की कलम में देखो चाहत की रोशनाई है
मैंने भाई को भाई से मिलाने की कसम खाई है
हास्य कवि पंकज पण्डा ने पढा
गूंज रहा है चहूं दिश ओरी नारा जय श्री राम का
जो कायर है भक्त नहीं हो सकता है मेरे प्रभु श्री राम का
शायर शिवम अश्क सोरों ने पढ़ा-
मैं समंदर नहीं किनारा हूं
डूबती कश्तियों का सहारा हूं
कवि धीरु वर्मा ने पढा
सफर शब्दों से लिखा तो अर्थ कैसे जाने दूं
जीवन प्रेम से बना तो व्यर्थ कैसे जाने दूं

काव्य गोष्ठी में देवा बघेल,अखिलेश शास्त्री,डॉ अवधेश कुमार, डॉ राहुल कुमार, संदीप कुमार, प्रमोद कुमार, सोनू यादव, मृदुल यादव एडवोकेट, मोहित कुमार कश्यप, सर्वेश कुमार,दिनेश कुमार आदि मौजूद थे।

इनपुट : विनय चतुर्वेदी