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सिकंदराराऊ : शिवाजी महाराज का व्यक्तिव सम्पूर्ण हिन्दू समाज के लिए आदर्श है । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख उत्सवों में से हिन्दू साम्राज्य दिवस हिन्दू समाज के लिए गौरव दिवस है। यह बातें वक्ताओं ने संघ कार्यकर्ताओं द्वारा नेहरू पार्क में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम अध्यक्ष भगवान दास और नगर संघचालक प्रवीण वार्ष्णेय ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
मुख्य वक्ता जिला संघचालक उमाशंकर गौड़ ने कहा कि ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी को छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था और हिंदू साम्राज्य स्थापित हुआ। भगवा के अनन्य उपासक शिवाजी रणनीति, कूटनीति में माहिर होने के साथ भ्रष्टाचार निषेधक और हिंदुओं की घर वापसी के समर्थक थे। शिवाजी ने हमेशा उन लोगों की मदद की जो हिंदू धर्म में लौटना चाहते थे। यहां तक कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी एक ऐसे हिंदू से कर दी, जो अतीत में मुसलमान बना दिया गया था। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनीतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और फारसी के स्थान पर मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। शिवाजी के राज्याभिषेक समारोह में हिन्दू स्वराज की स्थापना का उद्घोष किया गया था। शिवाजी महाराज ने अपना साम्राज्य बाहुबल के साथ-साथ बुद्धिबल से स्थापित किया था। उन्होंने स्थापित साम्राज्यों और सल्तनतों की युद्ध-मशीनरी में एक प्रमुख दोष खोज निकाला। शिवाजी के सशक्त योद्धा उनकी मृत्यु के 27 साल बाद भी उनके सपने को जीवित रखने के लिए लड़ते रहे थे। क्योंकि शिवाजी स्वराज्य की स्थापना के लिए लड़े। उनके सैनिकों को स्पष्ट आदेश था कि भारत के लिए लड़ो, किसी राजा विशेष के लिए नहीं।
कार्यक्रम का संचालन सह नगर कार्यवाह अखिल वार्ष्णेय ने किया ।
इस अवसर पर सहजिला कार्यवाह प्रदीप गर्ग , सहजिला बौद्धिक प्रमुख भानु सक्सेना , सहजिला योग प्रमुख सुभाष कुमार , सहनगर संघचालक मनोज कुमार , संपर्क प्रमुख गजेंद्र चक , शाखा कार्यवाह अंकुश वार्ष्णेय , मुख्य शिक्षक सौरभ वार्ष्णेय , पीयूष शर्मा , प्रखर वार्ष्णेय , मनीष वार्ष्णेय ,विशाल दरगढ़ , वरुण माहेश्वरी , विनोद गुप्ता , मुकुल गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे ।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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