Visitors have accessed this post 170 times.

सिकंद्राराऊ : क्षेत्र के गांव एचोला सहादतपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में पांचवें दिन भगवान श्री कृष्ण के जन्म एवं बाल लीलाओं की कथा सुनकर भक्त आनंदित हो गए। वृंदावन से पधारे कथा व्यास पंडित शिवराज भाई जी महाराज ने भक्तों को भगवान के जन्म, बाल लीला एवं गोवर्धन पूजा का प्रसंग सुनाया। इस अवसर पर छप्पन भोग का आयोजन किया गया । भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए भगवान भोलेनाथ साधु का भेष धरकर नंद के यहां पहुंचे। इस अवसर पर ग्राम प्रधान संगठन के जिला उपाध्यक्ष बबलू सिसोदिया, पूर्व सभासद चेतन शर्मा, बृज बिहारी कौशिक एवं जयपाल सिंह चौहान ने व्यास पीठ का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया वहीं आयोजक राजकुमार सिंह जादौन ने पगड़ी एवं पटका पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट करके अतिथियों का स्वागत किया।
कथा व्यास पंडित शिवराज भाई जी महाराज ने कहा कि जब जब शंकर भगवान को यह ज्ञात पड़ा कि गोकल में नन्द जी के यहां साक्षात् नारायण ने जन्म लिया है, तो वे भी उनके दर्शनों की लालसा से कैलाश से गोकुल की ओर दौड पड़े। श्री कृष्णावतार की एक झलक पाने के लिए बाबा भोलेनाथ साधु-वेष में गोकुल पहुंचे। जानिए, कैसे शिव शंकर ने यशोदा से मांगी कान्हा के दर्शनों की भीख। शिवजी ने जोगी का रूप सजाया और उनके अपने गण श्रृंगी व भृंगी को अपने शिष्य बना कर गोकुल के लिए निकल गए। ‘श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय’ कीर्तन करते हुए वे नंदगांव में माता यशोदा के द्वार पर आकर खड़े हो गए। ‘अलख निरंजन’ शिवजी ने आवाज लगाई। आज परमात्मा कृष्ण रूप में प्रत्यक्ष प्रकट हुए हैं। शिव जी इन साकार ब्रह्म के दर्शन के लिए आए हैं। यशोदा माता को पता चला कि कोई साधु द्वार पर भिक्षा लेने के लिए खड़े हैं। उन्होंने दासी को साधु को फल देने की आज्ञा दी। दासी ने हाथ जोड़कर साधु को भिक्षा लेने व बालकृष्ण को आशीर्वाद देने को कहा। शिवजी ने दासी से कहा कि, ‘मेरे गुरू ने मुझसे कहा है कि गोकुल में यशोदा जी के घर परमात्मा प्रकट हुए हैं इसलिए मैं उनके दर्शन के लिए आया हूं। मुझे लल्ला के दर्शन करने हैं।’ दासी ने भीतर जाकर यशोदा माता को सब बात बताई। यशोदा जी को आश्चर्य हुआ। उन्होंने बाहर झांककर देखा कि एक साधु खड़े हैं। उन्होंने बाघांबर पहना है, गले में सर्प हैं, भव्य जटा हैं, हाथ में त्रिशूल है।
इस मौके पर राजकुमार जादौन, सुरेश पाल सिंह , मुनीश पाल सिंह, यतेंद्र जादौन ,बहादुर सिंह , अशोक कुमार, हितेंद्र जादौन, फौरन सिंह जादौन, कृष्णकांत भारद्वाज, लोकेश जादौन, अजय जादौन, राजेंद्र सिंह, गिरीश कुमार शर्मा , ब्रह्मपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

INPUT – VINAY CHATURVEDI

यह भी देखें:-