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सिकंदराराऊ : ब्राह्मणपुरी पुरानी तहसील रोड स्थित शिशु शिक्षा मंदिर पेड़ वाले स्कूल का 54वां वार्षिकोत्सव सोमवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति देकर बच्चों ने उपस्थित लोगों को मंत्रम मुग्ध कर दिया। लोगों ने कार्यक्रम की भूरि -भरि सराहना की। शानदार प्रस्तुति ने सभी लोगों में देशभक्ति का संचार कर दिया। तो मेरे घर राम आए हैं, शिव तांडव , रामायण नाटक, चक दे इंडिया, मदर्स डे स्पेशल, मिशन चंद्रयान, हर हर महादेव, पेरेंट्स टीचर थीम, पापा मेरी जान, मोबाइल एडिक्शन, जल ही जीवन है आदि अनेक कार्यक्रम ऐसे रहे जिनकी प्रस्तुति ने लोगों को अचंभित कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया। मुरसान ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय मुख्य अतिथि एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पति बनी सिंह बघेल, पूर्व ब्लाक प्रमुख सुमंत किशोर सिंह, वित्तविहीन शिक्षक महासभा के आगरा खंड प्रभारी पवन शर्मा, प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव व जिला अध्यक्ष राजेश चौधरी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक डॉ सुभाष चंद्र शर्मा ने की एवं संचालन विनय चतुर्वेदी ने किया।
मुख्य अतिथि मुरसान ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय ने कहा कि बच्चों को शिक्षकों एवं अभिभावकों से अच्छे संस्कार की प्राप्ति होना आवश्यक है। संस्कारवान बच्चे देश और समाज को दिशा दिखाने का काम करते हैं । बच्चों को माता-पिता एवं शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। शिशु शिक्षा मंदिर एक ऐसा विद्यालय है जहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी दिए जाते हैं।
विशिष्ट अतिथि हसायन के पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुमंत किशोर सिंह ने कहा कि शिक्षक धन्य हैं जो बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ उनका बौद्धिक एवं व्यवहारिक ज्ञान बढ़ाने का कार्य करते हैं। शिशु शिक्षा मंदिर द्वारा दी जा रही बेहतर शिक्षा सराहनीय है।बच्चों द्वारा दी गई कार्यक्रमों की प्रस्तुति अत्यंत प्रशंसनीय है।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पति बनी सिंह बघेल ने कहा कि संस्कार युक्त शिक्षा ऐसे ही स्कूलों में मिल रही है अन्यथा बहुत से स्कूलों में संस्कारों का मजाक बनाया जा रहा है । भारत तब मजबूत होगा जब भारतीय संस्कृति और संस्कार जिंदा रहेंगे। सभी माता-पिता अपने बेटों को बेटियों का सम्मान करने की सीख दें।
प्रबंधक मुनेश चतुर्वेदी गुरु जी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम बच्चों का चहुंमुखी विकास करने का उद्देश्य पूरा कर सकें विद्यालय के साथ-साथ अभिभावकों को भी बच्चों की शिक्षा और संस्कारों पर ध्यान देना चाहिए ।
विशिष्ट अतिथि पवन शर्मा ने कहा कि बच्चों को जितना हो सके मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रखें । मोबाइल का दुरुपयोग करने से बच्चे रास्ता भटक कर उन्नति की बजाय पतन की ओर चले जाते हैं। नियमित दिनचर्या और अनुशासन के बल पर बच्चे अपना बेहतर भविष्य बना सकते हैं। यही सफलता का मूल मंत्र है।
प्रधानाचार्य नरेश चतुर्वेदी ने अंत में सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रतिभागियों को पुरस्कार बांटे गए। वही अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रबंधक मुनेश चतुर्वेदी, रमेश चतुर्वेदी, रमेश उपाध्याय, अरविंद शर्मा एडवोकेट , मित्रेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, पूर्वेंद्र शर्मा, बृज बिहारी कौशिक, पंकज गुप्ता, श्री कृष्ण दीक्षित, कमलेश बाबू गौड़ , जहीरूद्दीन पीरजादा, लल्ला बाबू शर्मा, रानू पंडित, विशाल राज चौहान, संतोष पुंडीर, लकी शर्मा, आरके सिंह जादौन, हरपाल यादव, रवि शर्मा, नसीम अहमद ,शरद शर्मा,,विशाल पचौरी, संजीव गौतम, राजू सूफी , नीरज धनगर, नवीन दीक्षित, पंकज पंडा, विशाल पचौरी, विवेक कुमार, उत्कर्ष पाठक, शशांक दीक्षित, आशुतोष कुमार आदित्य बघेल अभिषेक वार्ष्णेय आदि मौजूद रहे।

INPUT – VINAY CHATURVEDI

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