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हाथरस : एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स द्वारा एक ज्ञापन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल सागर वशिष्ठ को देते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं महिलाओं के अंदर असुरक्षा की भावना पैदा करती है जब महिलाएं अपने कार्यस्थल पर ही सुरक्षित नहीं होंगी तो उनका बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा एस तरह की घटना महिलाओं के मानव अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है और इस तरह की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई कर दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए जिससे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके साथ ही साथ मा. सुप्रीम कोर्ट और मा. आयोग द्वारा विशाखा निर्णय में दिए गए दिशा निर्देशों का पालन भी नहीं हो पा रहा है कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न रोकने संबंधी अधिनियम 2013 के अंतर्गत आंतरिक जांच कमेटी के गठन के साथ-साथ उस कमेटी का विवरण दीवारों पर नाम और नंबर सहित लिखा होना चाहिए जिससे कि इस तरह की घटनाएं होने पर पीड़ित महिला जल्द से जल्द उस समिति के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करा सकें । एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स ऐसी घटनाओं की घोर निंदा करती है और साथ ही साथ मांग करती है कि नर्स के साथ जल्द से जल्द न्याय कर दोषी डॉक्टर के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए जिससे कि महिलाएं अपने आप को स्वतंत्र और सुरक्षित महसूस हो कर कार्य कर सकें , ज्ञापन लेते हुए सीएमओ डॉक्टर अनिल सागर वशिष्ठ ने कहा कि नर्स के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और गठित कमेटी द्वारा निष्पक्ष जांच प्राप्त होने पर कार्रवाई की जाएगी
ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता देवेंद्र गोयल, जिला अध्यक्ष सौरभ सिंघल, जिला महासचिव शैलेंद्र सांवलिया, कमलकांत दोबरावाल,राजेश वार्ष्णेय आदि उपस्थित रहे

INPUT- BRAJMOHAN THENUA

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