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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं मुर्गी पालन के जरिए आत्मनिर्भर बनेंगी। बैकयार्ड पोल्ट्री फार्म योजना के तहत 30 लाभार्थियों का चयन किया गया है। नगर के अलीगढ़ रोड स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय पर पशुपालन विभाग की बैकयार्ड पोल्ट्री योजना के अंतर्गत 30 लाभार्थियों को मुर्गी पालन की ट्रेनिंग दी गई तथा लाभार्थियों को मुर्गी के चूजे, दाने व बीमारियों की रोकथाम के लिए नि:शुल्क दवाएं वितरित की गईं।
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेंद्र सिंह एवं डॉ राजकुमार सिंह ने कहा कि मुर्गी पालन स्वरोजगार से लाभार्थियों की आमदनी बढ़ेगी।इस पहल से गरीब महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। आमदनी कर कारोबार को बड़े पैमाने पर फैला सकती हैं।उन्होंने कहा कि गरीब महिलाओं को स्वरोजगार के जरिए आत्मनिर्भर बनाने पर सरकार का जोर है। ऐसे में महिलाओं को मुर्गी पालन कर आय बढ़ाने का मौका दिया गया है। इसमें कौशल विकास मिशन के साथ ही पशुपालन विभाग भी अहम रोल अदा कर रहा है। चूजों को खिलाने के लिए चारा और दवा भी दी गई है। इसके सेवन से चूजों का सही ढंग से शारीरिक विकास होगा। मुर्गी पालन से महिलाओं को अच्छी आय होगी। बैकयार्ड पोल्ट्री फार्म योजना के लिए अति गरीब महिलाओं का चयन किया गया है। पशुपालन विभाग महिलाओं को उचित परामर्श भी देता रहेगा। वहीं पशु चिकित्सक समय-समय पर पोल्ट्री फार्म का जायजा लेंगे। ताकि महिलाओं को इस नए काम में किसी तरह की दिक्कत न होने पाए।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से मिली सूची के अनुसार महिलाओं का सत्यापन करने के बाद पात्र पाए जाने पर चूजा व दाना दिया गया है।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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