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अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। इस साल 25 अक्टूबर को दशहरा को मनाया जाएगा। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। दशहरे दिन शस्त्र पूजा का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि दशहरे पर किए गए उपाय कभी असफल नहीं होते हैं।
1. विजयादशमी के दिन रावण दहन के पूर्व घर के ईशान कोण में चंदन, कुमकुम और लाल पुष्प से अष्टदल कमल की आकृति बनाना शुभ होता है। माना जाता है कि इसके बाद सभमी के पेड़ की जड़ से कुछ मिट्टी लाकर पूजा स्थल में रखनी चाहिए। ऐसे करने से मान्यता है कि घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य आता है।
2. मान्यता है कि व्यवसाय या नौकरी के लिए दशहरे की पूजा के बाद गरीबों को फल दान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से रोजी-रोजगार और नौकरी में तरक्की के योग बनते हैं।
3. दशहरा के दिन मान्यता है कि शस्त्र पूजन करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है।
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4. मान्यता है कि दशहरे के दिन शमी के वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाना शुभ होता है। कहते हैं कि ऐसा करने से कार्यों में सफलता हासिल होती है।
5. मान्यता है कि दशहरा के दिन भगवान शिव का प्रतीक नीलकंठ के दर्शन होना शुभ होता है। नीलकंठ को सौभाग्य का प्रतीक मानते हैं।
6. दशहरा या विजयादशमी के दिन जगह-जगह रावण दहन किया जाता है। कहते हैं कि घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए रावण की राख को सरसों के तेल में मिलाकर घर की हर दिशा में छिड़काव करना चाहिए।
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