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सासनी : चैरी-चैरा शताब्दी समारोह के अंतर्गत अमर शहीदों के सम्मान में सासनी विद्यापीठ इण्टर कालेज सासनी में विद्यालय से प्रभातफेरी निकाली गई। जिसका शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुनः कालेज पर जाकर समापन किया गया। शुक्रवार केा कालेज के प्रधानाचार्य डॉ राजीव अग्रवाल, ने बताया कि महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के दौरान 4 फरवरी 1922 को कुछ लोगों की गुस्साई भीड़ ने गोरखपुर के चैरी-चैरा के पुलिस थाने में आग लगा दी थी। इसमें 23 पुलिस वालों की मौत हो गई थी। इस घटना के दौरान तीन नागरिकों की भी मौत हो गई थी। 16 फरवरी 1922 को गांधीजी ने अपने लेख चैरी चैरा का अपराध में लिखा कि अगर ये आंदोलन वापस नहीं लिया जाता तो दूसरी जगहों पर भी ऐसी घटनाएँ होतीं। प्रभातफेरी में अरुण कौशिक, संजय कुमार, विनय कुमार, नीरज गुप्ता, अशोक कुमार, महेंद्र प्रकाश सैनी, मुकेश दिवाकर, रजनी तथा छात्र-छात्रायें आदि मौजूद थे।

  इनपुट : आविद हुसैन

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