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लालबहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के रन-वे पर मंगलवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे दो विमान टकराने से बच गए। अधिकारियों की मानें तो एक विमान के पायलट की लापरवाही से 363 यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई थी। दूसरे पायलट ने सूझबूझ से काम लेते हुए हादसे को टाल दिया। मामले की रिपोर्ट बीसीएएस (नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो) तथा डीजीसीए (नागर विमानन निदेशालय) को भेज दी गई है।
इंडिगो एयरलाइंस का विमान (6ई-3175) 180 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए उड़ान भरने के लिए रनवे पर पहुंच गया था। उड़ान भरने के लिए पूरी गति में आ चुका था। इसी समय स्पाईसजेट एयरलाइंस का विमान (एसजी-705) भी हैदराबाद जाने के लिए 183 यात्रियों को लेकर होल्डिंग प्वाइंट से 10 मीटर रनवे की तरफ चला गया। इंडिगो विमान में सवार पायलट ने सामने विमान देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर विमान रोक लिया। स्पाइसजेट के पायलट ने भी विमान को कंट्रोल किया।
तेज रफ्तार इंडिगो एयरलाइंस के विमान में इमरजेंसी ब्रेक लगने से यात्री भयभीत हो गए। पायलट विमान को वापस एप्रन ले आया। इंडिगो के विमान की जांच की गई। डेढ़ घंटे देरी से विमान ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी। उधर, स्पाईसजेट के पायलट को अफसरों ने बुलाकर पूछताछ की।
एयरपोर्ट निदेशक एके राय ने बताया कि स्पाईसजेट के पायलट ने गलती कर दी थी। उसे तत्काल बुलाया गया। जांच पड़ताल के बाद जाने दिया गया। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। विभागीय जांच की जायेगी।
स्पाइस जेट के स्थानीय प्रबंधक राजेश सिंह ने कहा, “मामला तकनीकी से जुड़ा है। किसकी गलती है, ये जांच का विषय है। मुख्यालय से निर्देश के बाद अवगत करा दिया जायेगा।”
इंडिगो के प्रबंधक का इनकार
एक तरफ एयरपोर्ट निदेशक एके राय की ओर से पूरे मामले की पड़ताल के बाद बीसीएएस तथा डीजीसीए को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है, वहीं दूसरी ओर इंडिगो के स्थानीय प्रबंधक अभिजीत का इस तरह की घटना से ही इनकार किया जा रहा है। कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
Input riya sharma