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सहपऊ :- क्षेत्र के गांव नगला बिहारी एवं थरौरा वायरल फीवर से लोगों के बीमार पड़ने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों गांवों में जाकर चिकित्सा शिविर लगाकर बीमार लोगों को दवा वितरण की। गौरतलब है कि उपरोक्त दोनों गांवों में वायरल फीवर के प्रकोप से बीमार हुए लोगों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। हालांकि नगला बिहारी में सीएचसी सहपऊ ने दो बार कैंप लगाकर बीमार लोगों को दवा प्रदान की थी लेकिन बीमार लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। प्राइवेट डॉक्टरों द्वारा रोगियों के रक्त की जांच के बाद जिन बीमार लोगों की प्लेटलेट्स कम निकले पर उनको डेंगू बताया जाने लगा। डेंगू बताने पर लोगों में भय का वातावरण पैदा हो गया। लोग बीमार लोगों को आगरा, खंदौली, हाथरस, अलीगढ़ आदि स्थानों पर बने हॉस्पिटलों में दिखाने एवं उनका इलाज कराने ले गए। इधर सीएचसी प्रभारी डॉ० प्रकाश मोहन का कहना था कि दोनों गांवों में जिन बीमार लोगों की खून की जांच सीएचसी की गई उसमें से किसी को मलेरिया एवं डेंगू नही निकला। जिन रोगी को डेंगू की शिकायत है तो उसके शरीर के किसी भी अंग से खून निकलता है चाहे वह कफ के रूप में अथवा नकसीर के रूप में। कोई भी ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों के कहने में नही आये। सीएचसी पर सभी सुविधा उपलब्ध हैं। काफी समझाने के बाद अब जो ग्रामीण कई दिनों से बीमार चल रहे थे वह सीएचसी पर आए और उनको भर्ती कर ड्रिप लगाई गई। दोनों गांवों में से नगला बिहारी के आठ एवं थरौरा से छह लोगों की डेंगू की जांच कराने पर सभी नेगेटिव एवं चौरासी लोगों को दवा दी गयी। जिनमें 32 वायरल फीवर व 31 खांसी जुकाम एवं 05 दर्द के तथा 16 अन्य बीमार लोगों को दवा दी गयी। खून की जांच किये जाने पर किसी को मलेरिया एवं डेंगू नही निकला है- डॉ० प्रकाश मोहन सीएचसी प्रभारी सहपऊ