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अयोध्या में बच्ची रेप प्रकरण की पीड़िता के परिवारीजनों ने सोमवार मुख्यमंत्री आवास पर धरना प्रदर्शन कर सामूहिक आत्मदाह की कोशिश की। मौके पर पीड़ित पिता व परिवारीजनों के साथ मासूम की मां भी शामिल थी। पहले तो पीड़िता के परिवारीजनों को मुख्यमंत्री आवास जाने नहीं दिया गया। आत्मदाह की कोशिश करने पर मौके पर पहुंचे थाना गौतमपल्ली इंस्पेक्टर विजय सेन सिंह ने पीड़िता को समझाया और सीएम आवास ले जाकर पीआरओ से मुलाकात कराई।
पीड़ित परिवारीजनों का आरोप है कि दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को जेल हो गई है लेकिन आरोपियों के रिश्तेदारों और ग्राम प्रधान की ओर से पीड़ित के परिवारीजनों को मुकदमा वापस लेने और समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। जिससे उनका जीना दूभर हो गया है। पुलिस प्रशासन से बार-बार इसकी शिकायत के बाद भी उन्हें कहीं न्याय नहीं मिल रहा है। इस बात से परेशान और मुख्यमंत्री से न मिल पाने के चलते पीड़ित परिवार ने कालीदास मार्ग पर सामूहिक आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि, मौके पर गौतमपल्ली इंस्पेक्टर विजय सेन सिंह ने पीड़ित परिवार की मदद करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री आवास पहुंचाया। जहां मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में उनकी मुलाकात पीआरओ से हुई और मदद का आश्वासन मिला।
इससे पहले पीड़िता का परिवार हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना देने पहुंचा था। लेकिन, वहां पर भीड़ देख परिवारीजन मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़ गए। वहां, लामार्टिनियर बैरियर पर उन्हें रोक लिया गया। जहां उन्होंने सामूहिक आत्मदाह का प्रयास किया। पीड़ित परिवारीजनों की मानें तो उन्हें फौरी आश्वासन मिला है। जिसके चलते परिवारीजन वहां से लौट कर वापस धरना स्थल आ गए। लेकिन, यहां से भी पुलिस ने प्रतिबंधित क्षेत्र का हवाला देकर भगा दिया। जबकि, इंस्पेक्टर विजय सेन सिंह का कहना है कि पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री के पीआरओ से मिलाने के बाद वापस रवाना कर दिया गया है।