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सिकंदराराऊ : 5 दिन पूर्व प्रसव के दौरान एक विवाहिता की मौत के मामले में मृतका के पिता ने ससुराली जनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराने के लिए तहरीर पुलिस को दी है। विवाहिता की मौत के बाद 23 जुलाई को उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया था।
मोहर सिंह पुत्र कालीचरन निवासी गांव नगला इमलिया थाना कोतवाली देहात एटा ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि अपनी बेटी पूजा की शादी 19 अप्रैल 2018 को आशू पुत्र गोवर्धन गिरधारी लाल निवासी मोहल्ला सोरों गेट पुरदिलनगर थाना सिकंदराराऊ के साथ की थी। शादी में क्षमता के अनुसार दान दहेज दिया गया था। लेकिन मेरी बेटी गांव आई तो उसने कहा कि ससुरालीजन दहेज से संतुष्ट नहीं हैं ।अतिरिक्त दहेज के रूप में दो लाख रुपए की मांग करते हैं। मना करने पर आए दिन तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं। इतना ही नहीं जब पहली बार मेरी पुत्री पूजा को प्रसव होना था। उस समय लापरवाही की गई। उसने पुत्री को जन्म दिया , जिसकी मृत्यु हो गई। दूसरी बार जब गर्भवती हुई तो इस बार भी उसे मारने के उद्देश्य से लापरवाही की गई। अस्पताल में प्रसव कराने के बजाय अप्रशिक्षित एक डॉक्टर से जान बूझ कर मारने के लिए प्रसव कराया गया। 22 जुलाई 2020 को प्रसव के दौरान लड़का पैदा होना बताया गया। इस दौरान पूजा की हालत बिगड़ गई। सूचना मिलने पर जब मायके से हम लोग पहुंचे तो पूजा की हालत बहुत खराब थी। वह मरणासन्न अवस्था में थी। रक्तस्राव बंद न होने के चलते उसे प्रसव कराने वाली डॉक्टर की सलाह पर उसके परिचित अलीगढ़ के एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए। उसके बाद हम लोग अलीगढ़ के ही दूसरे अस्पताल में उपचार के लिए ले गए। जहां उपचार के दौरान ब्लीडिंग अधिक होने के कारण उसकी मौत हो गई। ससुराली जनों ने दहेज में 2 लाख रुपए न मिलने के कारण जानबूझकर उसका उपचार न कराकर उसे मार डाला। 23 जुलाई को मृतका के शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया था। ससुराली जन बुलाने पर भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए। रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाए।

(अनूप शर्मा)