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सिकंदराराऊ : कोरोना काल के चलते इस बार महिलाओ ने हरियाली तीज का पर्व घर पर ही परिवार के साथ मनाया। महिलाओं ने घरों में झूला झूलकर सावन की मल्हार गाई। वहीं मंदिरों में हिंडोलो पर भगवान को विराज कर झूला झुलाया गया। हिन्दू धर्म में हरियाली तीज का विशेष महत्व है। यह पर्व उत्तर भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है। हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। हरियाली तीज को देवों के देव महादेव और माता पार्वती के मिलन का दिवस माना जाता है। मां पार्वती ने महादेव को पाने के लिए कठोर तप किया और १०८ वें जन्म में उनका विवाह महादेव से हुआ। इसलिए महिलाओं के लिए यह पर्व सुहाग का प्रतीक है । इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए उपवास रखकर माँ पार्वती एवं महादेव की आस्था के साथ पूजा अर्चना करती है । महिलाएं सौलह श्रृंगार कर माँ को सुहाग का सामान अर्पित करती है । हरियाली तीज के पर्व पर मंदिरों में भी हिंडोल पर भगवान को विराजमान कर झूला झुलाया गया।
इस अवसर पर भाजपा की जिला मंत्री मीरा माहेश्वरी , रानी माहेश्वरी, मोहिनी माहेश्वरी,निधि माहेश्वरी,पलक माहेश्वरी ,नीलम, विमलेश , शैली माहेश्वरी आदि महिलाएं मौजूद रही।
(अनूप शर्मा)