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आगरा
यमुना एक्सप्रेस-वे में सुरक्षा और सुविधा बढ़ाने के लिए जेपी समूह आगे आया है। आगरा, नोएडा, लखनऊ जाने वाले इस एक्सप्रेस-वे में होने वाले हादसों को रोकने के लिए पहल की जा रही है। पिछले कई महीनों में लगातार यमुना यमुना एक्सप्रेस-वे में सड़क हादसे हो रहे हैं इसे देखते हुए जेपी समूह ने सुरक्षा और सुविधा को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। जल्द ही जेपी इंफ्रोटेक राहगीरों को सुरक्षा और सुविधाएं देने का काम करेगी।
आपको बता दें कि आरटीआई से मिली रिपोर्ट के मुताबिक यमुना एक्सप्रेस-वे पर जून 2017 तक 4,842 दुर्घटनाएं हुईं हैं जिसमें 626 मौतें हुई हैं। इसे देखते हुए जेपी इंफ्रोटेक ने यहां सुरक्षा और सुविधाएं बढ़ाने के सिलसिले में सरकार से बातचीत की। जेपी इंफ्राटेक के एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को नाम न बताने की शर्त पर कहा कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर राहगीरों की सुरक्षा के लिए हम काम करेंगे। एक्सप्रेस-वे पर कई ऐसी जगहें हैं जिन्हें हमने चिन्हित किया है जहां दुर्घटनाएं सबसे अधिक होती हैं। हम इन जगहों पर सबसे अधिक नजर रखेंगे। यहां पर सुविधाएं और सुरक्षा उपकरण रहेंगे जिससे किसी भी अनहोनी के समय लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे के निकास और प्रवेश द्वारा पर भी हमारी निगरानी रहेगी।
तेज चलाई गाड़ी तो कटेगा चालान
आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेस-वे में अब आपने निर्धारित गति से तेज गाड़ी चलाई तो आपका चालान कटेगा। इसको लेकर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने तेज गति को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक स्वचालित चालान प्रणाली का उद्घाटन हाल ही में किया है। वाहन की गति को कम करने के लिए यहां पानी से भरे हुए बैरियर्स लगाए गए हैं जिसकी वजह से काई भी वाहन तेज नहीं चला सकेगा। यहां फरवरी में एक्सप्रेस-वे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं जिससे यहां के ट्रैफिक पर नजर रहे और इसकी जानकारी सीधे स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम आगरा, मथुराा और गौतमबुद्ध नगर को भेजी जा सके।