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(Input- Rashid Khan) SC/ST ऐक्ट में बदलाव के विरोध में दलित समाज सड़कों पर उतर आया। वेस्ट यूपी सुलग गया। दलित समाज की भीड़ ने जमकर बवाल काटा। मेरठ में कई बसों और दूसरे वाहनों नें तोड़फोड़ कर आग लगा दी। हाइवे जाम कर दिया। शहर की एक पुलिस चौकी में आग लगा दी। फायरिंग तक की गई।
प्रशासन को करनी पड़ी मशक्कत
पुलिस को बमुश्किल भीड़ को खदेड़ने में कामयाबी मिली। मुजफ्फरनगर में सड़कों पर उतरकर दलितों ने विरोध प्रदर्शन किया। जाम लगाकर बाजार बंद करा दिया गया। सहारनपुर के बेहट रोड पर बसें-गाड़ी रोकी दी गईं। यात्रियों से अभद्रता की गई। बाजारों में जबरन दुकाने बंद कराने पर भीड़, व्यापारियों से उलझ गई। मेरठ में इस वक्त हाई अलर्ट है।
ऐक्ट में बदलाव को लेकर दलित समाज ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान कर रखा था। उसी क्रम में सुबह से वेस्ट यूपी के शहरों में दलित समाज के युवा और दूसरे लोग विरोध जताने सड़कों पर उतर आए। देखते दी देखते भीड़ उग्र हो गई। मेरठ में दलित आंदोलन ज्यादा भड़का। आक्रोशित लोगों ने दिल्ली-देहरादून हाइवे जाम कर दिया और बस में आग लगाई। दुपहहिया वाहन भी फूंक दिए। शोभापुर पुलिस चौकी में आग लगा दी।
मेरठ में हिंसा और आगजनी
यहां पर कई सौ युवा हाथों में लाठी डंडे लेकर आगे बढ़ते गए और तोड़फोड़ कर चले गए। पत्रकारों के कैमरे तक तोड़ने और छीनने की कोशिश की गई। इसी दौरान फायरिंग कर दहशत फैलाई गई। पुलिस और पीएसी ने लाठी फटकारकर भीड़ को अलग किया और बामुशिकल काबू पाया। दलित छात्रों ने चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ में तोड़फोड़ की। मुखथ्यद्वार पर तालबंदी कर दी। लाइट और पंखे तोड़ डाले। पास का ही तेजगढ़ी चौराहा कब्जे में सेकर जाम कर दिया।
मेरठ के किठौर और शाहजहांपुर कस्बे में दलित समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर जुलूस निकाला। सरधना कस्बे में बंद के समर्थन में दलित समाज के लोगों ने जुलूस निकाला। बाद में सभी मेरठ रवाना हो गए। मवाना कस्बे में दुकान बंद न करने पर दो दुकानों में तोड़फोड़ की और जबरन दुकान बंद करा दी।