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श्रावस्ती जिले के कलेक्ट्रेट सभागार में ए0ई0एस0/जे0ई0 टीकाकरण विशेष अभियान कार्यक्रम की सफलता हेतु जिलाधिकारी दीपक मीणा ने प्रेस वार्ता की इस दौरान उन्होने बताया कि टीकाकरण जैपनीज इन्सेफलाइटिस से बचाव का सर्वाधिक प्रभावशाली एवं सुरक्षित विधि है। इस बीमारी से बचाव हेतु ए0ई0एस0/जे0ई0 विशेष टीकाकरण अभियान 02 अप्रैल, 2018 से 16 अप्रैल, 2018 तक चलाया जायेगा जिसमें 01 वर्ष से 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को जेपेनीज इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार/नवकी बीमारी) के बचाव हेतु टीके लगाये जायेगे इसलिए जिले के हर बच्चो का टीकाकरण कराकर हमे इस घातक बीमारियों से बचाव हेतु बच्चों को सुरक्षित करना है।

      वही मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 डी0के0 सिंह ने बताया कि टीकाकरण के पश्चात एक या दो दिन के लिए होने वाले हल्के बुखार के सापेक्ष टीकाकरण न करने की हानिंया बहुत अधिक है। उन्होने जनपद वासियों से अपील की है कि टीकाकरण में ज्यादा से ज्यादा सहयोग करें जिससे टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक सफल बनाया जा सके। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि मच्छर का जीवन चक्र – अंडे से लार्वा 5-7 दिन में, लार्वा से प्यूपा 1-2 दिन में तथा प्यूपा से मच्छर 1-2 दिन में बन जाते हैं। इस प्रकार अंडे से वयस्क मच्छर बनने में 9 से 11 दिन का समय लगता है। इसका जीवन काल 30-45 दिन का होता है। यह शाम एवं रात के समय काटते है। यह घर एवं घर के बाहर अँधेरी एवं नमीयुक्त जगहों पर रहता है। यह नालों, गड्ढों, सेप्टिक टैंक आदि के गंदे पानी में पैदा होता है। अतः इनमें गन्दा पानी जमा नहीं रहना चाहिए। प्रति सप्ताह जले हुए तेल या केरोसिन का छिड़काव करना चाहिए जिससे ये नष्ट हो जाये।