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मुरसान। गंगा स्नान करने शुक्रवार की रात को गये एक स्कूल डारेक्टर दूसरे दिन शनिवार की सुबह स्नान करने के बाद अचानक लापता हो गये थे। जो कि तीसरे दिन अलीगढ के पास लोधा में घायल अवस्था में पुलिस को मिले हैं। पुलिस घटना की छानबीन कर रही है।
मुरसान के गांव ताजपुर निवासी धर्मवीरसिंह प्रधान ने बताया कि उनके छोटे भाई स्कूल डारेक्टर सीवीसिंह शुक्रवार की रात को गंगा स्नान करने के लिये गये थे। शनिवार की सुबह उन्होंने दोस्तों के साथ गंगा स्नान किया था। गंगा स्नान के बाद सीवी सिंह अचानक लापता हो गये थे। जिसकी जानकारी दोस्तों ने उन्हें दी थी। जानकारी मिलते ही धर्मवीरसिंह अपने परिवार व अन्य लोगों के साथ नरोरा गंगा घाट पर पहॅुच गये। काफी देर तलाश के बाद वह नरोरा थाने में पहॅुचे और पुलिस से सीवीसिंह की तलाश करने के लिये मदद मांगी। पुलिस ने करीब आधा दर्जन गोताखोरों को बुलाकर गंगा में सीवीसिंह की तलाश करायी। दो दिन तलाश के बाद भी पुलिस व गोताखोरों को कोई कामयाबी नहीं मिली। जिसके चलते रविवार को धर्मवीरसिंह ने नरोरा थाने में सीवीसिंह की गुमशुदगी दर्ज करा दी। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने सीवीसिंह के साथियों पर शक जाहिर किया और उन्हें पूछताछ के लिये थाने में बिठा लिया। यह देख दोस्त भी सीवीसिंह के परिजनों से काफी नाराज हुऐ। धर्मवीर सिंह का कहना है कि सोमवार की देर शाम को उनके पास लोधा अलीगढ थाने की पुलिस का फोन आया, पुलिस ने उन्हें बताया कि उनका भाई सीवीसिंह उन्हें घायल अवस्था में सड़क किनारे पड़ा हुआ मिला है। पुलिस ने घायल सीवीसिंह को अलीगढ के अस्पताल में इलाज के लिये भेज दिया। कुछ देर बाद ही धर्मवीर सिंह परिजनों के साथ अस्पताल पहॅुच गये और सीवीसिंह से बातचीत कीं। सीवीसिंह ने पुलिस को बताया कि शनिवार की सुबह गंगा स्नान करने के बाद उन्हें एक महिला ने प्रसाद दिया था। प्रसाद खाने के बाद उन्हें कोई होश हावाश नहीं रहा। दूसरे दिन जब उन्हें होश आया तो उस समय वह कुछ लोगों की गिरफ्त में एक कमरे में बंद थे। सीवी सिंह का कहना है कि वह लोग उनसे दस लाख रूपये की मांग कर रहे थे। पैसे की मांग पूरी न होने पर उन्होंने उनके साथ काफी मारपीट की है। पैसे न मिलने पर ही उन्हें दूसरे दिन लोधा गांव के पास घायन अवस्था में गाड़ी से डालकर चले गये। जिसकी सूचना पुलिस को हुई तो पुलिस ने फोन कर उनके बड़े भाई धर्मवीरसिंह को बुलाया। सीवी सिंह को देखकर पुलिस ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया। कुछ देर बाद ही धर्मवीरसिंह परिजनों के साथ अस्पताल पहॅुच गये। सोमवार की रात को इलाज होने के बाद मंगलवार की दोपहर को सीवीसिंह अपने गांव ताजपुर घर पहॅुच गये। सीवीसिंह के आने की बात सुनकर उनके मिलने वाले लोग भी उन्हें देखने व हालचाल जानने के लिये आने लगे।
INPUT – ब्रजमोहन