Visitors have accessed this post 12 times.
सिकंदराराऊ : नगर पालिका क्रीड़ा स्थल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नगर कार्यकारणी द्वारा वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य पर बाल खेल संगम का आयोजन किया गया । जिसमें नगर के अधिकतर विद्यालयों के बाल स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया । जिसमें नगर संघचालक प्रवीण वार्ष्णेय और मुख्य वक्ता प्रांत सह शारीरिक प्रमुख रामशंकर उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के दो छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को मुगल गवर्नर नवाब वजीर खान ने जिन्दा दीवार में चुनवा दिया था। उस समय बाबा जोरावर सिंह जी की उम्र केवल 9 वर्ष तथा बाबा फतेह सिंह की उम्र केवल 7 वर्ष थी। विश्व के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है और न ही भविष्य में कभी होगा, जब सिर्फ 9 वर्ष तथा 7 वर्ष के दो बालकों ने अपने धर्म पर अडिग रहते हुए अपने जीवन का बलिदान कर दिया हो। कार्यक्रम का उद्देश्य देश के वीर बालकों के अदम्य साहस और बलिदान को याद करना और उनके आदर्शों से नई पीढ़ी को प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत से प्रेरणा लेगी, इसलिए वीर बाल दिवस को पूरा देश याद करता है और अभिभावकों को अपने बच्चों को गुरु गोविंद सिंह के बच्चों जैसे कहानियों का अनुसरण कराना और अपने बच्चों को मोबाइल फोन व लैपटॉप की लत छुड़ाकर खेल के मैदान में भेजना चाहिए,ओर बेहतर होगा संघ की शाखाओं में जाए जिससे शारीरिक व बौद्धिक स्तर क्षमता बढ़ेगी। इस जीवन शैली से बच्चे खिलखिला उठेंगे । कार्यक्रम में विभाग शारीरिक प्रमुख धीरेन्द्र, सह जिला कार्यवाह प्रदीप गर्ग, जिला प्रचारक रवि, जिला शारीरिक प्रमुख राजीव पुंढीर, तहसील प्रचारक तुलसीदास, मनोज कुमार, अवधेश राजपूत, अखिल वार्ष्णेय, आशीष, वीरेंद्र सिंह, वरुण माहेश्वरी, अंकुश वार्ष्णेय, मनीष कुलश्रेष्ठ, दानसहाय, महिपाल सिंह , भानु प्रताप सक्सेना, राजकुमार सिंह, उमेश,अंशुल माहेश्वरी, कुनाल, नीरज वैश्य, पंकज गुप्ता, विशाल वार्ष्णेय, पारस गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के दो छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को मुगल गवर्नर नवाब वजीर खान ने जिन्दा दीवार में चुनवा दिया था। उस समय बाबा जोरावर सिंह जी की उम्र केवल 9 वर्ष तथा बाबा फतेह सिंह की उम्र केवल 7 वर्ष थी। विश्व के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है और न ही भविष्य में कभी होगा, जब सिर्फ 9 वर्ष तथा 7 वर्ष के दो बालकों ने अपने धर्म पर अडिग रहते हुए अपने जीवन का बलिदान कर दिया हो। कार्यक्रम का उद्देश्य देश के वीर बालकों के अदम्य साहस और बलिदान को याद करना और उनके आदर्शों से नई पीढ़ी को प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत से प्रेरणा लेगी, इसलिए वीर बाल दिवस को पूरा देश याद करता है और अभिभावकों को अपने बच्चों को गुरु गोविंद सिंह के बच्चों जैसे कहानियों का अनुसरण कराना और अपने बच्चों को मोबाइल फोन व लैपटॉप की लत छुड़ाकर खेल के मैदान में भेजना चाहिए,ओर बेहतर होगा संघ की शाखाओं में जाए जिससे शारीरिक व बौद्धिक स्तर क्षमता बढ़ेगी। इस जीवन शैली से बच्चे खिलखिला उठेंगे । कार्यक्रम में विभाग शारीरिक प्रमुख धीरेन्द्र, सह जिला कार्यवाह प्रदीप गर्ग, जिला प्रचारक रवि, जिला शारीरिक प्रमुख राजीव पुंढीर, तहसील प्रचारक तुलसीदास, मनोज कुमार, अवधेश राजपूत, अखिल वार्ष्णेय, आशीष, वीरेंद्र सिंह, वरुण माहेश्वरी, अंकुश वार्ष्णेय, मनीष कुलश्रेष्ठ, दानसहाय, महिपाल सिंह , भानु प्रताप सक्सेना, राजकुमार सिंह, उमेश,अंशुल माहेश्वरी, कुनाल, नीरज वैश्य, पंकज गुप्ता, विशाल वार्ष्णेय, पारस गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
यह भी देखें :