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हाथरस : निस्वार्थ सेवा संस्थान ने अपनी “मूक पशु सेवा” की 900 दिनों का सफर पूरा कर लिया है। इस पहल में संस्था आवारा और बेसहारा जानवरों का इलाज एवं उन्हें नियमित रूप से भोजन उपलब्ध कराती है। जिस्मे संस्था द्वारा प्रतिदिन सुबह के समय में अलग-अलग जगह पर पशुओं को आहार डाला जाता है जिसमे जानवरों के खाने के लिए सब्जी, चने, फल आदि खरीदते हैं और उन्हें शहर के विभिन्न हिस्सों में बंदरों, गायों, वृषभ, आदि को खिलाया जाता हैं।
निस्वार्थ सेवा संस्थान समाज में पशु कल्याण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए लगातार काम कर रहा है। निस्वार्थ सेवा संस्थान के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने बताया कि लोगों को मूक पशुओं की सेवा के महत्व के बारे में जानना ज़रूरी है , मूक पशुओं की सेवा का मतलब सिर्फ उन्हें खाना देना या पानी पिलाना नहीं है। इसका मतलब है उनकी देखभाल करना एवं उन्हें सही समय पर भोजन देना एवं बीमार होने पर इलाज करवाना है।अगर हम किसी बीमार या घायल पशु को देखते हैं, तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि उसकी मदद करें।
900 दिनों की इस सफलता ने संस्थान को अपने लक्ष्य के प्रति और मजबूत बना दिया है।
इस मौक़े पर अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, सचिव नीरज गोयल , कोषाध्यक्ष सीए प्रतीक अग्रवाल , सोशल मीडिया प्रभारी सारांश टालीवाल, वरुण अग्रवाल, लोकेश सिंघल, निश्कर्ष गर्ग , तरूण राघव , रंगेश शर्मा , प्रतिभा राजपूत , ध्रुव कुमार सिंह , कनज सारस्वत , दीपक मित्तल, सौरभ शर्मा, आलोक अग्रवाल, अवधेश कुमार बंटी, दीपांशु वार्ष्णेय आदि दैनिक रूप से पशु सेवा करते हैं ।
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