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सिकंदराराऊ। रेलवे स्टेशन पर गाजियाबाद से आई एनडीआरएफ की टीम ने ट्रेन हादसे के संभावित हालात में बचाव कार्य और घायलों की मदद करने के लिए माकड्रिल की। इस अभ्यास का उद्देश्य रेलवे हादसों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था।

ड्रिल के दौरान एक ट्रेन हादसे की स्थिति को क्रिएट किया गया। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन और विभिन्न उपकरणों का उपयोग करते हुए डिब्बों को काटकर लोगों को बाहर निकालने का अभ्यास किया। टीम के पास कई उन्नत टूल्स थे जिनकी मदद से डिब्बों को तेजी से काटा गया।
एनडीआरएफ के जवानों ने दुर्घटना के दौरान बचाव और राहत कार्य का पूर्वाभ्यास किया। टीम ने उपस्थित लोगों को बताया कि अगर आपातकालीन स्थिति में सहायता न मिले तो वे खुद अपनी और अपने साथी यात्रियों की मदद कैसे कर सकते हैं।
ड्रिल का नेतृत्व एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट नीरज सिंह और रूपेश पवार ने किया। इस मौके पर सिकंद्राराऊ के एसडीएम धर्मेंद्र चौहान, सीओ सत्यवीर सिंह और कोतवाल अरविंद राठी भी मौजूद थे। स्थानीय फायर ब्रिगेड के अधिकारी एके सिंह और उनकी टीम भी इस अभ्यास में शामिल हुए और फायर ब्रिगेड के उपकरणों और तकनीकों का प्रदर्शन किया। इस मॉकड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया गया कि एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय बचाव एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। यह अभ्यास नागरिकों की सुरक्षा और संकट की स्थिति में उनकी सहायता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

इनपुट : विनय चतुर्वेदी