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अलीगढ़ : कार्यालय संवाददाता। 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर डीडीयू अस्पताल सभागार में 102 व 108 एंबुलेंस स्वास्थ्य सिपाही प्रतिभा सेवा सम्मान  एंबुलेंस कर्मी सेवा प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें 35 एंबुलेंस स्वास्थ्य सिपाहियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभारी एडी हेल्थ डॉ. अनुपम भास्कर और विशिष्ट अतिथि सीएमएस डॉ. एम. के. माथुर व डॉ. पी कुमार रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राम मूर्ति देवी ने किया। एडी हेल्थ डॉ. अनुपम भास्कर ने कहा कि एंबुलेंस कर्मियों की तत्परता से मरीजों की जान बचती है। कोरोना काल में यह एंबुलेंस कर्मी मरीजों के लिए देव दूत से कम नहीं थे। कोरोना काल के बाद पं. दीनदयाल संयुक्त चिकित्सालय हॉस्पिटल मंडल स्तर का हो गया । हाथरस, कासगंज और एटा  के मरिज सीधे यहां आ रहे हैं।  अलीगढ़ में 102 व 108 एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम काफी बेहतर है। यह इनके प्रोग्रेम मैनेजर और कर्मियों की सक्रियता का परिणाम है। अनुपम भास्कर कहा कि कार्यक्रम के आयोजक मनोज अलीगढ़ी हमेशा अस्पताल और कर्मचारियों व चिकित्सकों के हितों में व जनहित के कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लिया है । उनके इस पत्रकारिता से हमें ही नहीं अन्य कर्मियों का भी हौसला बढ़ता है। जिससे कार्य बेहतर ढ़ंग से होता है। इस देश को जैसे कि हमारे पूर्वज थे उन्होंने कोई जाति, धर्म नहीं देखा था ऐसे बिस्मिल्लाह खान, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस यह अलग-अलग जाति के तो होंगे अगर यह विडंबना उसे टाइम होती तो हमारे देश कभी आजाद नहीं होता लेकिन जिन कष्टों के साथ जिन स्थितियों में उन्होंने आजादी दिलाई अब हमारे कंधे के ऊपर डाल दिया उन्होंने अब आप इसको कैसे संभाल कर रख सकते हो दिखाओ यह हमरे लिए चुनौती हे। वह तो करके चले गए उससे बड़ा चैलेंज हमारे हाथ में है। भारत को विश्व गुरु बने जाति धर्म की वेडियो को तोड़कर एकत्रित होकर में ऐसा ना हो जाए कि हम वहीं रह जाए।कार्यक्रम आयोजक स्वतंत्र फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी  ने कहा कि एंबुलेंस स्वास्थ्य सिपाही प्रतिभा सेवा सम्मान (आपातकालीन सारथी एंबुलेंस कर्मियों को सुरक्षा सेना) कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं है। आपातकाल की स्थिति में जब कोई रोगी जीवन से संघर्ष करता है तो यह अपनी जान की परवाह किए गए बगैर उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाते हैं। कोरोना काल में एक एंबुलेंस कर्मी की मरीज को अस्पताल पहुंचते समय जवां में हादसे में मौत भी हो चुकी थी। मगर उसके बाद भी इनका जज्बा कम नहीं हुआ वह मरीजों की जान बचाने को लिए दिन रात मेहनत कर अपने साथी को श्रद्धांजलि देते रहे। 30 एंबुलेंस स्वास्थ्य सिपाही को शाल, पुष्प माला व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रोग्राम मैनेजर मो. अरशद, चंद्रशेखर, दीपक कटारिया, नागेंद्र मिश्रा, अमर पाल, महेंद्र, पवन, कृष्णा, विनीत ठाकुर, रंजन राणा, शिव कुमार, विवेक कुमार, अतुल कुमार, इमरान, प्रेमलता, कमलेश यादव आदि लोग मौजूद रहे।

 

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