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सिकंदराराऊ । भाईचारा सेवा समिति के तत्वावधान में एक काव्य गोष्ठी अगसौली चौराहा पर समाजसेवी हरपाल सिंह यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई तथा संचालन शायर आतिश सोलंकी ने किया।

मुख्य अतिथि के रुप में भाईचारा सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश यादव संघर्षी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव ने मां सरस्वती के सामने माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया कार्यक्रम में आमन्त्रित सभी अतिथि, समाजसेवियों कवियों को आयोजन समिति द्वारा सम्मानित किया ।

शायर आतिश सोलंकी ने पढ़ा –
जो मां बाप में देखते हैं खुदा को
उन्हीं घर में जश्ने बहारा मिला है…

कवि महेश यादव संघर्षी ने पढ़ा-
होता बटबारा भाई का भाई से जब
भाग्यशाली के हिस्से में आती है मां..
हास्य कवि पंकज पण्डा ने पढा
मतलब का जमाना है कोई नहीं है काम का
हर कोई दीवाना है बस वाह वाही के नाम का
शायर शिवम अश्क सोरों ने पढ़ा-
मैं समंदर नहीं किनारा हूं
डूबती कश्तियों का सहारा हूं
कवि धीरु वर्मा ने पढा
सफर शब्दों से लिखा तो अर्थ कैसे जाने दूं
जीवन प्रेम से बना तो व्यर्थ कैसे जाने दूं

काव्य गोष्ठी में रिंकू यादव, हरीश यादव, अखिलेश शास्त्री, डॉ अवधेश कुमार, डॉ राहुल कुमार, संदीप कुमार, प्रमोद कुमार, सोनू यादव, मृदुल यादव एडवोकेट, देवा बघेल, मोहित कुमार कश्यप, सर्वेश कुमार, दिनेश कुमार आदि मौजूद थे।

इनपुट : विनय चतुर्वेदी