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सिकंदराराऊ। गुरुवार को मोहल्ला नौरंगाबाद पश्चिमी स्थित मुरली कृष्ण मंगल धाम में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मां केला मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं पीले वस्त्र धारण करके सिर पर कलश रखकर शामिल हुईं। कलश यात्रा का जगह-जगह लोगों द्वारा स्वागत किया गया । समूचा वातावरण भक्ति में हो गया और राधे-राधे के जय कारों से गुंजायमान हो उठा। भागवत आचार्य श्री सुनील कृष्ण शास्त्री जी ने विधि विधान के साथ श्रीमद् भागवत कथा का श्री गणेश किया। श्रीमद् भागवत कथा में सुनील कृष्ण शास्त्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम इसकी महिमा से अवगत कराया। शास्त्री ने बताया कि इस कथा को सबसे पहले अभिमन्यु के बेटे राजा परीक्षित ने सुनी थी, जिसके प्रभाव से उसके अंदर तक्षक नामक नाग के काटने से होने वाली मृत्यु का भय दूर हुआ और उसने मोक्ष को प्राप्त किया था। किसी भी व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है।

इस अवसर पर गिरधर गोपाल गुप्ता, दिनेश कुमार वार्ष्णेय, रानी, रेखा माहेश्वरी ,मीरा माहेश्वरी, सोनल माहेश्वरी , आरती वार्ष्णेय, चंचल पालीवाल, कृष्णा, मोनिका, कंचन, अलका, रजनी, सोना वार्ष्णेय आदि मौजूद रहे।