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हाथरस : दिल में खुशी, मगर चेहरे पर गम की परछाई होती है कठोर दिल बाप भी रो देता है, जब बेटी की विदाई होती है। इन्हीं भाव विभोर कर देने वाली भावना के साथ निस्वार्थ सेवा संस्थान हमेशा ही बेटी की शादी के कन्यादान में सहयोग के लिए तत्पर रहता है।

इसी क्रम में एक परिवार जो हाथरस के चंदपा में रहता है और आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। इसकी जानकारी प्राप्त होने निस्वार्थ सेवा संस्थान परिवार की एक टीम ने उनके यहां जाकर इंस्पेक्शन किया और पाया वास्तव में उन्हें मदद की आवश्यकता है। बैठक कर उस बिटिया की शादी में दिए जाने वाले समान की चर्चा की और उसके कन्यादान के लिए निस्वार्थ सेवा संस्थान परिवार की ओर से निम्न योगदान दिया गया 1 बेड (गद्दा तकिया सहित),2 बेडशीट , 7 साड़ी ,2 आर्टिफिशियल सेट,1 वाटर कूलर 12 लीटर ,1 कैसरोल का सेट (3 पीस वाला),1 बॉटल 2 लीटर,1 डाइनिंग सेट,1 पंखा,1 बर्तन सेट 51नग,1 कुकर ,1 बाथरूम सेट,1 टी कैटल,1 बॉटल सेट 6 पीस,1 मिक्सी,1 टी शुगर सेट,1 प्रेस,1 इमर्शन रॉड के साथ साथ बिटिया के रोजमर्रा में इस्तेमाल का सामान वहां तक पहुंचाया गया और लड़की के चाचा को एक अंगोछा उड़ाकर और अपने निस्वार्थ सेवा संस्थान का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया । बिटिया के चाचा की आंखें सामान देखकर खुशी की वजह से नम हो गई। उन्होंने निस्वार्थ सेवा संस्थान का बहुत आभार व्यक्त किया और कहा जब तक निस्वार्थ सेवा संस्थान का सहयोग हम लोगों के पास तक तब तक कोई भी बेटी किसी बाप पर बोझ नहीं है।
इस कार्यक्रम में अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, सचिव नीरज गोयल , कॉर्डिनेटर चंद्र प्रकाश अग्रवाल, रवींद्र सिंह , लोकेश सिंघल , निष्कर्ष गर्ग ,नरेश दिवाकर , विशाल सोनी , सुनील कुमार आदि मौजूद रहे ।