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सिकंदराराऊ । गांव बस्तोई में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन नंदोत्सव की धूम रही। श्रद्धालुओं ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया। इस अवसर पर कथा पंडाल को भव्य तरीके से सजाया गया।

कथा व्यास गणेश चंद्र वशिष्ठ ने कहा कि कंस के अत्याचार से बृजवासियों को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान ने अवतार लिया था। देवलोक की भविष्यवाणी के अनुसार मां देवकी ने कारागार में आठवीं संतान के रूप में भगवान श्री कृष्ण को जन्म दिया। कंस की कारागार में वासुदेव- देवकी के भादों मास की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। उनका लालन-पालन नंदबाबा के घर में हुआ था। इसलिए नंदगांव में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। श्रीकृष्ण ने अत्याचारी कंस का वध करके पृथ्वी को अत्याचार से मुक्त किया और अपने माता-पिता को कारागार से छुड़वाया। कृष्ण जन्म की खुशी में शुक्रवार को कथा स्थल को विशेष रूप से सजाकर माखन मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया तथा भक्तों ने नाच कूदकर नंदोत्सव मनाया। श्री कृष्ण के जन्म लेते ही कथा पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर होकर झूमने लगे । पूरा पंडाल नंद घर आनंद भये, जय कन्हैया लाल की, हाथी दीना, घोड़ा दीना और दीनी पालकी। जय कन्हैया लाल की के साथ भगवान के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। नंदोत्सव की खुशी में परीक्षित देवेंद्र पाल सिंह ने सपत्नीक भगवान श्री कृष्ण की पूजन का पूजन किया। इस अवसर पर फल, फूल, मेवा, मिष्ठान, ट्रॉफी, बिस्कुट आदि सौगात के रूप में भगवत प्रेमियों को खुशी से लुटाई गई। श्रद्धालुओं ने नंद के लाला कृष्ण की आरती उतारी।
इस मौके पर मुनेश कुमार , धर्मेंद्र कुमार , संदीप यादव, धीरेंद्र कुमार, सक्षम कुमार, साक्षी, ज्योति आदि मौजूद रहे।

इनपुट : विनय चतुर्वेदी