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सिकंदराराऊ : नगर के मोहल्ला ब्राह्मणपुरी पुरानी तहसील रोड स्थित शिशु शिक्षा मंदिर पेड़ वाले स्कूल का 53 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। जिनकी मनमोहक प्रस्तुति देख सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ पीएसी कमांडेंट एटा आईपीएस आदित्य वर्मा एवं प्रबंधक मुनेश चतुर्वेदी तथा राष्ट्रपति शिक्षक सम्मान से सम्मानित शिक्षक डॉ सुभाष चंद्र शर्मा ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके तथा माल्यार्पण करके किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुभाष चंद शर्मा ने की एवं संचालन पत्रकार विनय चतुर्वेदी ने किया।
मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मुकुल उपाध्याय ने कहा कि कोई भी बेटी अनपढ़ नहीं रहनी चाहिए । बेटियों को शिक्षित बनाएं। शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें । संस्कार युक्त शिक्षा ही बच्चों का बेहतर भविष्य बना सकती है। शिशु शिक्षा मंदिर 53 वर्ष में एक वट वृक्ष बन चुका है। यहां बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल रही है। आज के बच्चे कल का भारत बनेंगे।
पीएसी कमांडेंट आईपीएस आदित्य वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षा के विकास के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की हैं। पहले की अपेक्षा सरकारी विद्यालयों का शैक्षणिक स्तर बेहतर हुआ है । इस स्कूल में जो अनुशासन देखने को मिला है, इसी प्रकार के अनुशासन और संस्कार बच्चों में पैदा करने की आवश्यकता है ।
विशिष्ट अतिथि वित्तविहीन शिक्षक महासभा के आगरा खंड प्रभारी पवन शर्मा ने कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य का जीवन पशु के समान है। बच्चों को अपने माता-पिता और शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पति बनी सिंह बघेल ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों में अपार प्रतिभा होती है । ग्रामीण अंचल के बच्चे भी प्रतिभा से वंचित नहीं है। बच्चों की प्रतिभा को परखने के लिए इस प्रकार के आयोजन आवश्यक हैं। यहां जो प्रतिभा बच्चों के अंदर दिखाई दी है, वह अनमोल है।
पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि सुमंत किशोर सिंह ने कहा कि शिशु शिक्षा मंदिर ऐसा विद्यालय है जो सिकंदराराऊ जैसे नगर में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का काम कर रहा है।
राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि शिशु शिक्षा मंदिर पेड़ वाले स्कूल ने 53 वर्ष के दौरान कई पड़ाव देखे हैं और लंबा सफर तय किया है ।विद्यालय का प्रयास होता है कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ बेहतर संस्कार मिलें।
इस अवसर पर बच्चों को पुरस्कार वितरित भी किए गए।
प्रबंधक मुनेश चतुर्वेदी एवं रमेश चतुर्वेदी, प्रधानाचार्य नरेश चतुर्वेदी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।
इस मौके पर मित्रेश चतुर्वेदी, मोहित उपाध्याय, अरविंद शर्मा, आलोक उपाध्याय, राजीव चतुर्वेदी, पंकज गुप्ता, प्रवीण वार्ष्णेय ,वैभव गुप्ता, हरपाल सिंह यादव ,जहीरूद्दीन पीरजादा , वीके नागर, बृज बिहारी कौशिक, मनोज उपाध्याय, श्री कृष्ण दीक्षित ,रवि शर्मा, संजीव गौतम, राजू सूफी, अजीत कुमार सिंह सोनू, लल्ला बाबू दीक्षित, विशाल राज चौहान, संतोष पुंडीर ,लक्ष्मण स्वरूप शर्मा, नीरज धनगर, रूपेंद्र बघेल, निखिलवर्ती पाठक, योगेश पुंडीर, कृष्णा कांत शर्मा, हरिश्चंद्र बघेल, रवि उपाध्याय ,वीरेंद्र पंकज, प्रशांत शर्मा ,राहुल कुमार, पंकज पंडा ,धीरू वर्मा, राम प्रकाश प्रजापति आदि मौजूद रहे।
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