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सिकंदराराऊर : रजिस्टर्ड डॉक्टर्स एसोसिएशन सिकंदराराऊ की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें नीमा के यूनानी फोरम एवं रजिस्टर्ड डॉक्टर्स एसोसिएशन के नवनियुक्त पदाधिकारियों का स्वागत किया गया तथा सर्दियों के मौसम में होने वाली बीमारियों को लेकर उनसे मरीजों के बचाव हेतु चर्चा की गई। डॉ मोहम्मद जाहिद हुसैन को नीमा यूनानी फोरम का प्रदेश कोषाध्यक्ष, डॉ नसीम अहमद को यूनानी विंग का पदाधिकारी एवं डॉ सीपी शर्मा को रजिस्टर्ड डॉक्टर्स एसोसिएशन का तहसील अध्यक्ष बनाए जाने पर फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया गया।
इस मौके पर डॉ जाहिद हुसैन ने कहा कि सर्दियों के मौसम में बच्चे और बुजुर्गों को बहुत ही सावधानी से रखने की आवश्कता है, जरा सी लापरवाही बरतने पर इनको बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन के कारण चेस्ट इंफेक्शन हो सकता है। संक्रमण के प्रकार पर ही इसका कारण निर्भर करता है।चेस्ट इन्फेक्शन ब्रोंकाइटिस वायरस की वजह से होता है जबकि निमोनिया के अधिकतर मामलों में बैक्टीरिया कारण होता है।सावधानी ही बीमारियों से पहला बचाव है।
डॉ नसीम अहमद ने कहा कि चेस्ट इंफेक्शन से ग्रस्त व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकली संक्रमित बूंदों के संपर्क में आने पर अन्य लोग भी इस संक्रमण से रोगग्रस्त हो सकते हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए मास्क का प्रयोग अवश्य करें।
डॉ सीपी शर्मा ने कहा कि वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमण जगहों पर जाने के बाद मुंह या चेहरे को छूने पर संक्रमण फैल सकता है। बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती महिला, शिशु या बच्चों, सिगरेट पीने वालों या किसी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति से ग्रस्त व्यक्ति जैसे कि क्रोनिक ओब्स्ट्रक्टिव पल्ममोनरी डिस्ऑर्डर, अस्थमा या डायबिटीज के मरीजों में चेस्ट इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। बाहर से आने पर साबुन से हाथ साफ करने के बाद भी चेहरे तथा अन्य वस्तुओं को छुए अन्य देशों में जिस प्रकार से कोविड पैर पसार रहा है इसलिए इस समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
इस मौके पर डॉ सी पी वर्मा, डॉ मौहम्मद आसिम अंसारी, डॉ मौहम्मद शाहिद, डॉ राकेश कुमार, डॉ मुकेश कुमार, डॉ अरविंद सारस्वत, डॉ मौ अजीम, डॉ अंशुल सोनी, डॉ शिव कुमार, डॉ मुशर्रफ़ अली खान, डॉ ललित कुमार, डॉ स्वामी आदि मौजूद रहे।
इनपुट : विनय चतुर्वेदी