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सासनी: कस्बा में श्री रामलीला महोत्सव का आयोजन 17 सितंबर से चल रहा था, जैसे जैसे दशहरा का समय नजदीक आ रहा था लोगों में रावण दहन को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का दौर चल रहा था, जिस पर रविवार को बिराम लग गया, दरअसल कस्बे की सामाजिक संस्था राही फाउंडेशन ने जिलाधिकारी रमेश रंजन को एक प्रार्थना पत्र देकर कस्बे में दशहरा पर रावण दहन मेले के लिए एक जगह उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, प्रार्थना पत्र का तत्काल संज्ञान लेते हुए ज़िलाधिकारी ने तहसील में एडीएम वित्त मोइन इस्लाम एवं एसडीएम अजंली गंगवार व तहसीलदार नीरज वार्ष्णेय को समस्या के समाधान के भेजा, जिस पर अधिकारियों ने बैठक कर रामलीला कमेटी एवं राही फाउंडेशन के सदस्यों को बुलाकर रावण दहन पर चर्चा की।श्रीरामलीला कमेटी की तरफ़ से प्रकाश चंद्र शर्मा ने हाथ खड़े करते हुए कहा कि इस बार तो दशहरा मेले में समय ज्यादा नहीं बचा है,और सारी तैयारी हो चुकी है,एक छोटा सा रावण पुतले का दहन परंपरा का निर्भन के रूप में श्री रामलीला मैदान में किया जाएगा, दो दिन में 70 फुट का रावण का पुतला भी तैयार नहीं हो पाएगा,इसके लिए पहले से तैयारी करनी पड़ती है,कमेटी ने प्रशासन से कहा कि अगले वर्ष हम इस पर विचार करेंगे।
राही फ़ाउंडेशन ने इस पर असंतोष ज़ाहिर किया। राही फ़ाउंडेशन के ट्रस्टी अरविंद तोमर ने कहा कि सालों से परंपरा चली आ रही है और रावण का बड़ा पुतला 2 दिन में बनाना आज के समय में कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन जिस तरह से श्रीराम लीला कमेटी ने सालों से चली आ रही परंपरा को बनाए रखने में असमर्थता ज़ाहिर की है वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसका कड़ी निंदा करते हैं।
सनातनियों द्वारा सासनी में बुराई के प्रतीक रावण का दहन बड़े स्तर पर किया जाता है जिसमें सासनी और आस पास के गांव के हज़ारों लोग विजयादशमी का त्योहार ज़ोर शोर से मनाते हैं लेकिन अपने स्वार्थों के कारण इस परंपरा को तोड़ने का काम जो भी लोग कर रहे हैं वो सब सासनी की जनता के सामने है।
अंतेष्टि स्थल पर क्यों नहीं हो सकता रावण दहन:
क्योंकि विगत वर्ष इगलास रोड स्थित अंतेष्टि स्थल में जगह न मिलने के कारण रावण के पुतले का दहन परंपरागत स्थल पर नहीं हो सका। इगलास रोड स्थित अंतेष्टि स्थल पर नगर पंचायत की ओर से सुंदरीकरण कार्य कराया गया है। जिससे यहां पर बाउंड्रीवाल बनवाई गई है, इसके कारण जगह का अभाव हो गया है। अंतेष्टि स्थल का मात्र एक ही निकास द्वार है।
इनका कहना है,
दशहरे का मेला क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला होता था,पुरानी परंपरा को जीवंत रखने के लिए लोगों की मांग को देखते हुए हमने जिलाधिकारी महोदय से निवेदन किया था कि दशहरा मेले के लिए प्रशासन की ओर से जगह उपलब्ध करा दी जाए,जिस पर प्रशासन ने रामलीला कमेटी द्वारा हाथ खड़े करने पर अगली बार मेले जगह के लिए आश्वासन दिया है,- पी एन शर्मा, नगर अध्यक्ष, राही फाउंडेशन,
तहसील में अधिकारियों द्वारा सूचना देकर बुलाया गया था,दशहरा मेले को लेकर बिचार विमर्श हुआ था,मेले के लिए अब इतना समय नहीं है कि मेले का आयोजन कराया जा सके,प्रशासन ने जगह उपलब्ध कराने को कहा गया है,अगली बार से जो भी जगह फाइनल होगी वही पर रावण दहन हुआ करेगा, प्रकाश चंद्र शर्मा संरक्षक रामलीला कमेटी सासनी,
राही फाउंडेशन की तरफ से एक एप्लीकेशन रावण दहन मेले को लेकर डीएम साहब को दी गई थी,उसी पर वार्ता के लिए रामलीला कमेटी एवं राही फाउंडेशन के सदस्यों बुलाया गया है, कमेटी द्वारा कहा गया कि इस बार मेला संभव नहीं है क्योंकि अब समय नहीं बचा है- एडीएम वित्त मोइन इस्लाम |
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