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सिकंदराराऊ : सोमवार को नगर के महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना-सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत “विविधता में एकता कार्यक्रम” और “पोषण माह” प्राचार्या डॉ.शैफाली सुमन के कुशल दिशा-निर्देशन में मनाए गए। कार्यक्रमों की शुरुआत महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ.शैफाली सुमन ने महाविद्यालय के सभी शिक्षकों के साथ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर की। कार्यक्रमों में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने व्यापक स्तर पर सहभागिता की। जहाँ गगन ने संस्कृत में सरस्वती वंदना का गायन किया, वहीं सलोनी, अवनी, रिंकी, शोभा आदि ने राष्ट्र में एकता और समरसता का संवर्द्धन करने वाले हिंदी, राजस्थानी, पंजाबी, संस्कृत आदि भाषाओं के गीत गाए। विविधता में एकता को परिलक्षित करने वाली परिधान प्रतियोगिता में भी छात्राओं-अवनी ने पंजाबी, सलोनी ने मराठी, दीनू ने राजस्थानी और भूमि ने उत्तर प्रदेश के परिधानों का प्रस्तुतिकरण किया।
पोषण माह मानने के क्रम में डॉ.जितेंद्र कुमार परमार ने ‘संतुलित पोषाहार आधुनिक जीवन शैली की आवश्यकता’ विषय पर व्याख्यान देते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को अपने भोजन में विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आदि को संतुलित रूप में लेने को प्रेरित किया।
विश्वनाथ प्रताप सिंह ने “भारतीय इतिहास का गौरवशाली पक्ष” विषय पर व्याख्यान देते हुए भारतीय इतिहास की उन विशिष्ट घटनाओं का वर्णन किया, जिन्होंने विश्व को व्यापक रूप से प्रभावित किया।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ.शैफाली सुमन ने भी अपने विचारों के माध्यम से छात्र-छात्राओं का ज्ञानवर्धन किया।उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना को राष्ट्र में व्यापक स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाने वाली योजना बताते हुए उसमें छात्र-छात्राओं को अधिकतम रूप में सहभागिता करने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रमों का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. हिमांशु राय ने किया। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर डॉ. राम बहादुर, डॉ. अज़ब सिंह, बृजमोहन एवं अन्य जन भी उपस्थित थे।

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