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सिकंदराराऊ : केंद्र सरकार ने आटा, चावल, पनीर , दूध जैसी अति आवश्यक वस्तुओं पर पांच प्रतिशत जी एस टी लगाकर अपना जनविरोधी चेहरा दिखा दिया है । इससे आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। सरकार को इस फैसले को तुरंत वापिस लेना चाहिए ।
उक्त बातें अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष संजीव महाजन ने प्रेस को जारी बयान में कहीं। महाजन ने कहा कि देश पहले से ही कोरोना के कारण वैश्विक मंहगाई से जूझ रहा है। फिर भी केंद्र सरकार द्वारा हर रोज किसी ना किसी चीज पर दाम बढ़ा दिये जाते हैँ। अभी हाल ही में आटा , चावल , दूध , दही, पनीर जैसी अति आवश्यक वस्तुओं पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाकर आग में घी डालने का कार्य किया है जो किसी कीमत पर भी स्वीकार्य नहीं है। केंद्र सरकार को इस जनविरोधी फैसले को तुरंत वापिस लेना चाहिए। कभी कभी ऐसा लगता है जैसे सरकार व्यापारियों की दुश्मन बन बैठी है। जो वर्ग अपना अमूल्य वोट देकर भाजपा की सरकार बनवाता है। वही वर्ग सरकार के निशाने पर है। अभी तीन दिन पहले सरकार ने साहूकारी लाइसेंस ख़त्म करने का आदेश जारी किया है।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार को होश में फैसले लेने चाहिए वरना जो व्यापारी सरकार बनवा सकता है वो सरकार हटा भी सकता है l
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