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कानपुर : सनातन मंदिर चेतना सोसाइटी ने आज श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निमित्त किए जा रहे एकादशी कथा में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घरों में मिनी बार खोले जाने के प्रस्ताव का विरोध किया है ।

श्री बांके बिहारी मंदिर मस्वानपुर कानपुर में कथा के मध्य सनातन मंदिर चेतना सोसाइटी के सचिव अजय कुमार मिश्र ने कहा कि सरकार के इस प्रस्ताव से प्रदेश में अराजकता फैलने तथा कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने एवं समाज का नैतिक चरित्र खराब होने का खतरा है अतः सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध करती है। साथ ही साथ उ० प्र ० की प्रबुद्ध जनता से भी अपील करती है कि सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध करें।

संस्था का यह भी कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ राजनीतिक होने से पहले एक संत हैं और एक संत होने के नाते समाज को अपने उत्थान के लिए उनसे अत्यंत आशाएं हैं और उनकी स्वीकार्यता तथा विश्वसनीयता भी अन्य राजनैतिक व्यक्तियों की तुलना में अधिक है ।परंतु संभवत उनके सलाहकारों को उनकी इस छवि की चिंता नहीं है केवल राजस्व कैसे बढ़े इसकी चिंता है परंतु यह उचित नहीं है कि अनैतिक रास्तों को अपना कर राजस्व बढाया जाए ।क्योंकि बड़ा हुआ राजस्व शराब पीने से उत्पन्न समस्याओं पर ही खर्च होगा तो ऐसे राजस्व क्या फायदा ? और तो और जब आप अंग्रेजी शराब के लिए घर घर मिनी बार खोलने की अनुमति देंगे तो कल देसी शराब के व्यापारी भी छोटी-छोटी बस्तियों के घरों में भी बार खोलने की अनुमति ले लेंगे। महर्षि दयानंद के अनुसार शराबी व्यक्ति का इतना नैतिक का पतन हो जाता है कि वह शराब पीने के बाद जुआ भी खेलता है और वेश्यावृत्ति भी करता है तो घर घर में मिनी बार के साथ-साथ जुआ खेलने के अड्डे और वेश्यावृत्ति के अड्डे में तब्दील परिवर्तित होने की संभावना है। और फिर समाज और जनता की स्थिति का अंदाजा कोई भी लगा सकता है ।

आज मजदूर वर्ग दिनभर की कड़ी मेहनत की कमाई को अपने घर के सदस्यों के भरण पोषण पर खर्च नहीं करके शराब पर खर्च कर रहा है तब यह स्थिति और भयानक रूप ले लेगी।

सनातन मानव धर्म शास्त्र के अनुसार मनुष्य के लिए सबसे बुरा व्यसन मद्यपान (शराब पीना) है उसके बाद जुआ खेलना, वेश्यावृत्ति आदि व्यसन हैं। यहां तक कि व्यसन और मौत में से व्यसन अधिक दुखदाई होता है क्योंकि व्यक्ति के व्यसनी होने पर वह व्यक्ति स्वयं उसका परिवार एवं समाज सभी का पतन होकर दुख मिलता है अतः इसकी तुरंत रोकथाम आवश्यक है।औलाद है उसका और वेश्यावृत्ति हैं ।

समाज में व्याप्त दूर बुराइयों को शासन का कर्तव्य है कि दूर करें उत्तर प्रदेश सरकार को बिहार और गुजरात राज्य की राज्य सरकारों से भी सीखना चाहिए कि मुश्किल हालातों के बावजूद इन दोनों राज्यों ने पूर्ण शराब बंदी लागू की है अतः जनता के कल्याण के लिए सनातन मंदिर चेतना सोसाइटी उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध करती है कि इस प्रस्ताव को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए और इस तरह का प्रस्ताव लाया जाए की जनता कैसे शराब की बुरी लत से मुक्त हो सके और अपना जीवन स्तर सुधार सकें।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय जनता के साथ-साथ संस्था के सदस्यों में अनिल पांडे श्री बलराम मिश्रा गीता मिश्रा विनय मिश्रा अनूप अवस्थी महेश तिवारी प्रमोद शुक्ला बृजेश दीक्षित सुरेश तिवारी गीता अवस्थी योगेश श्रीवास्तव राजीव अग्निहोत्री चंद्र प्रकाश पांडे आदि उपस्थित रहे।