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लखनऊ। 25और 26 अक्टूबर को हुई यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में एक नहीं कई गडबड़ियां सामने आईं हैं। अलग-अलग सेंटर्स से मुन्नाभाई गिरफ्तार किए गए तो कई जगहों से ठेके पर परीक्षा देने के मामले भी सामने आए। पुलिस की पकड़ में आए आरोपियों ने कबूला कि इस परीक्षा में नकल कराने के लिए बकायदा ठेका लिया गया था। दिल्ली बेस्ड इस गैंग ने अलग-अलग जिलों में अपने गुर्गों की मदद से पेपर को लीक कराने से लेकर सॉल्वर तक के इंतजाम किए थे। पुलिस ने इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुन्नाभाई(नकलची) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कीडगंज स्थित परीक्षा केंद्र पर की गई। प्रतापगढ़ का रहने वाला संदीप अपने भाई लवकुश के जगह परीक्षा दे रहा था। पुलिस को जानकारी मिलते ही दोनों को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ कीडगंज थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। एसटीएफ को इस बात की सूचना मिली है कि परीक्षा में नकल करवाने के लिए लाखों रुपए का ठेका लिया गया है। इसलिए एसटीएफ की टीम लॉज, व कई सेंटरों पर छापेमारी कर सॉल्वरों के मंसूबे को नाकाम करने में लगी है। सीओ एसटीएफ नवेन्दु सिंह के मुताबिक, जालसाजों ने कई अभ्यर्थियों से डेढ़-डेढ़ लाख रुपये में सौदा तय किया है। अब जालसाज मोबाइल बंद किए हुए हैं। उनकी लोकेशन ट्रेस कर छापेमारी की जा रही है।
उत्तर के एक केंद्र में शुक्रवार को तीन परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका लेकर फरार हो गए। परीक्षा नोडलअधिकारी व एसपी देहात ने बताया कि, रसूलपुर स्थित देवभूमि कॉलेज से तीन परीक्षार्थी दूसरी पाली में आयोजित परीक्षा से अपनी कॉपी लेकर फरार हो गए। प्रधानचार्य ने तीनों आरोपी ललित, अक्षय, मो.दानिश के खिलाफ थाना बड़ौत में तहरीर दी है। आगरा में एसटीएफ की टीम ने एक गिरोह को गिरफ्तार किया। इसमे बीएल महाविद्यालय के प्रबंधक भी शामिल थे। इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
एस टी एफ की टीम द्वारा पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि चंद्रवीर नाम के युवक का बीए महाविद्यालय में सेंटर था। इस परीक्षा में सफल होने के लिए पेपर लीक करने का जाल बिछाया गया था। इस केंद्र से जब पेपर मिलता तो इस पेपर को व्हाट्सऐप पर भेजा जाता। पेपर लीक कराने के लिए राजू और मोनू नाम के शख्स की ड्यूटी कॉलेज के निरीक्षक कक्ष में लगवाई गई थी। मोनू ने शाम 4.30 के लगभग प्रश्नपत्र की तस्वीर खींचकर कोचिंग संचालक के नंबर पर व्हाट्सऐप किया। कुछ हो पाता इससे पहले ही एसटीएफ की टीम को इस बात की भनक लग गई और छापा मारकर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने लगभग 6 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया इस कारण पेपर लीक होने से बच गया।
22 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने भाग नहीं लिया। सॉल्वरों के लगातार पकड़े जाने के बाद यूपी के सभी जिलों के 481 केंद्रों पर पहरा और कड़ा कर दिया गया। डीजीपी ओपी सिंह ने परीक्षा केंद्रों को दौरा किया। एडीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड दीपेश जुनेजा ने बताया कि दोनों दिन तीन पालियों की परीक्षा में 22 प्रतिशत अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि आरोपितों से लंबी पूछताछ के आधार पर कुछ संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
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