Visitors have accessed this post 717 times.
हाथरस : कोरोना काल में न्यू नॉर्मल ऑनलाइन पढ़ाई ने छात्रों की लिखाई को सबसे अधिक प्रभावित किया है । इससे उनकी लर्निंग स्किल भी कम हुई है कोरोना काल में जैसे कि देखने में आ रहा है देश में पिछले डेढ़ साल से चल रही ऑनलाइन पढ़ाई में छात्रों की राइटिंग पर चौकाने वाला असर देखने को मिला है । एक सर्वे के अनुसार 40 स्कूलों के 870 कॉपियों को कैलीग्राफी एक्सपर्ट के द्वारा जांचने के बाद चौका देने वाले नतीजे सामने आए हैं । इस दौरान बच्चों की लिखावट तो खराब हुई है साथ ही कॉपियों में कार्य करने लिखने में भी उन्हें समय अधिक लग रहा है । छात्रों की हैंडराइटिंग खराब होना लिखने की गति कम होना है । इसका सबसे बड़ा कारण है ऑनलाइन पढ़ाई मोबाइल और लैपटॉप की लर्निंग रही है आमतौर पर देखने में आता है कि ऑनलाइन मैं बोर्ड पर लिखे गए शब्द या वाक्य बच्चे देर तक
रिकोल कर सकते हैं परंतु ऐसा ऑनलाइन पढ़ाई में नहीं होता देखने में यह भी आता है कि किस तरह से साइड इफेक्ट आए बच्चों की लेखनी और कॉपियों पर इस तरह का निष्कर्ष निकलता है कि ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों की हैंडराइटिंग खराब हुई है लर्निंग स्किल भी प्रभावित हुई है छात्रों के भविष्य की चिंता और कैरियर को देखते हुए डॉ प्रियदर्शी नायक प्रधानाचार्य दून पब्लिक स्कूल हाथरस के नेतृत्व में दून पब्लिक स्कूल के बच्चों की हैंडराइटिंग और लर्निंग स्कूल को सुधारने की पहल करते हुए दून स्कूल वर्चुअल पेंटिंग कोर्स का संचालित करने का बीड़ा उठाया है । इसके अंतर्गत 15 जून 2021 को दून पब्लिक स्कूल हाथरस में 15 दिवसीय वर्चुअल दून पेंटिंग कोर्स का भव्य शुभारंभ समारोह आयोजित किया गया । समारोह में अतिथि विशेष विशेषज्ञता सुश्री विनीता मित्तल संस्थापक स्वास्तिक हैंडराइटिंग रिसर्च सेंटर आगरा और सुश्री अंजलि खुशलानी मास्टर कोच ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट की उपस्थिति समारोह की शोभा बढ़ा रही थी । विद्यालय के प्रधानचार्य ने शुभारंभ करते हुए कहा कि 15 दिवसीय रचात्मक कार्यशाला को आयोजित करने का उद्देश्य समस्त प्रतिभागियों की हैंडराइटिंग को सुधारना लिखने की गति को बढ़ाना है ।
इनपुट : बृजमोहन ठैनुआ
यह भी देखे : हाथरस के NINE to 9 बाजार में क्या है खास
अपने क्षेत्र की खबरों के लिए डाउनलोड करें TV30 INDIA एप