Visitors have accessed this post 418 times.

मुरसान :- कोतवाली मुरसान के गांव गदाई में परंपरागत रूढ़िवादी ऐतिहासिक परंपराओं के कारण गांव के वर्गों में मरघट एवं अंतिम संस्कार को लेकर विवाद की स्थिति में आज जॉइन्ट मजिस्ट्रेट प्रेमप्रकाश मीणा ने गांव गदाई में मौके पर पहुंचकर दोनों सामाजिक वर्गों से बातचीत कर सभी को समझाया । कि गांव के मरघट एवं शमशान सभी ग्रामीण वासियों के लिए सार्वजनिक भूमि है एवं कोई वर्ग या व्यक्ति विशेष उस पर अपना आधिपत्य नहीं जमा सकता। सार्वजनिक भूमि पर सभी ग्रामीण वासियों का बराबर का अधिकार है। एवं ग्रामीण सार्वजनिक मरघट पर सभी अंतिम संस्कार करने के लिए स्वतंत्र है। सार्वजनिक भूमि एवं केंद्रों पर जाति, धर्म इत्यादि के आधार पर किसी तरह का आधिपत्य या भेदभाव नहीं किया जा सकता। इस संवैधानिक व्यवस्था के तहत सभी को समझा-बुझाकर प्रशासन पुलिस की मौजूदगी में मृतक महिला का गांव के सार्वजनिक मरघट पर विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार करवाया गया एवं सैकड़ों साल पुरानी इस रूढ़िवादी परंपरा का शांतिपूर्ण ढंग से सब की सूझबूझ से अंत करवाया गया। इस दौरान मुरसान कोतवाली पुलिस भी मौजूद रही ।

इनपुट :- ब्रजमोहन ठेनुआ

यह भी पढ़े : हाथरस : कोतवाली चंद्पा के सामने हुआ हादसा मैक्स की चपेट मैं आने से एक युवक हुआ घायल

अपने क्षेत्र की खबरों के लिए डाउनलोड करें TV30 INDIA एप

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.tv30ind1.webviewapp