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हाथरस : आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, जनपद न्यायाधीश, हाथरस सुनील कुमार सिंह-प्रथम की अध्यक्षता में किया गया।

वर्तमान वित्तीय वर्ष की इस द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 1739 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 08 मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वाद का निस्तारण कर 46,30,000/-रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये, 09 सिविल वाद, 18 पारिवारिक वाद, 03 वाद धारा 138 एन0आई0 एक्ट, 329 राजस्व वादों का निस्तारण कर 59,250/-रुपये जुमार्ना वसूला, एवं 652 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर मु0 3,38,010/-रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेशन स्तर पर बैंक के कुल 706 मामलों का निस्तारण कर मु0 7,46,14,905/-रु0 में समझौता दाखिल किया गया।


अखिलेश दुबे, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय हाथरस के न्यायालय से कुल 18 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया, जिनमें 04 जोडे़ साथ-साथ राजी खुशी से अपने घर गये। वीना चौधरी, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण, हाथरस के न्यायालय से 08 मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वादों का निस्तारण कर 46,30,000/रू0 प्रतिकर के रूप में दिलाये गये। योगेन्द्र राम गुप्ता, अपर जनपद न्यायाधीश, कक्ष संख्या-1, हाथरस के न्यायालय से 01 फौजदारी वाद का निस्तारण किया गया। बी0डी0 भारती, विशेष न्यायाधीश, एस0सी0/एस0टी0 अधि0, हाथरस के न्यायालय से 05 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 2,000/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। श्रीमती प्रतिभा सक्सेना, विशेष न्यायाधीश, पोक्सो अधिनियम, कोर्ट संख्या-1 हाथरस के न्यायालय से 12 फौजदारी वाद का निस्तारण कर 6,000/रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। अनुराग पंवार, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-6 हाथरस उपस्थित रहे। जैबा माजिद, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-3 हाथरस के न्यायालय से 14 विद्युत अधिनियम के वादों का निस्तारण कर 1,84,000/रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। विनय आर्या, अपर जनपद न्यायाधीश, पोक्सो अधिनियम, कोर्ट संख्या-2 हाथरस के न्यायालय से 01 फौजदारी वाद का निस्तारण किया गया। रेखा सिंह, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-5 हाथरस के न्यायालय से 02 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1,000/रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। सतेन्द्र सिंह वीरबान, अपर जनपद न्यायाधीश/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-1 हाथरस उपस्थित रहे। योगेन्द्र चौहान, अपर जनपद न्यायाधीश/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-2 हाथरस के न्यायालय से 01 फौजदारी वाद का निस्तारण किया गया। शिव कुमारी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस के न्यायालय से 204 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर, 1,26,600/रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। सुशील कुमार सिंह, सिविल जज (व0प्र0), हाथरस के न्यायालय से 08 सिविल वादों का निस्तारण किया गया। चेतना सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस के न्यायालय से 187 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर मु0 1,16,200/-रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। योगेश जैन न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस के न्यायालय से 40 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 5,660/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। दीपिका अत्री, अपर सिविल जज(क0प्र0)- कोर्ट संख्या-2 हाथरस उपस्थित रहीं। साक्षी सिंह, अपर सिविल जज(क0प्र0)- कोर्ट संख्या-3 हाथरस के न्यायालय से 01 सिविल वाद का निस्तारण किया गया। मौ0 आरिफ, अपर सिविल जज(क0प्र0)/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-1 हाथरस के न्यायालय से 11 लघु आपराधिक वाद एंव 03 धारा 138 एन0आई0 एक्ट के वादों का निस्तारण किया गया। डा0 लकी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद के न्यायालय से 109 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 19,100/रु0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। श्री ब्रहमपाल सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद के न्यायालय से 79 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 61,450/रु0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0), हाथरस के न्यायालय से 03 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। उपजिलाधिकारी, हाथरस के न्यायालय से 63 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। उपजिलाधिकारी, सादाबाद के न्यायालय से 20 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। उपजिलाधिकारी, सिकन्द्राराऊ के न्यायालय से 76 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। उपजिलाधिकारी, सासनी के न्यायालय से 80 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। तहसीलदार, हाथरस के न्यायालय से 25 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। तहसीलदार, सासनी के न्यायालय से 14 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।तहसीलदार, सादाबाद के न्यायालय से 18 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। तहसीलदार, सि0राऊ, के न्यायालय से 28 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। सहायक आयुक्त स्टाम्प के न्यायालय से 02 स्टाम्प वादों का निस्तारण कर 59,250/रुपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेशन स्तर पर बैंकों द्वारा कुल 706 मामलों का निस्तारण कर मु0 7,46,14,905/- रु0 में समझौता किया गया ।
सिविल जज(व0प्र0)/प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ैकध्. सुशील कुमार सिंह ने बताया है कि राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्त में सुशील कुमार सिंह, सिविल जज(व0प्र0)/प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस द्वारा सभी उपस्थित महानुभावों का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर जनपद के समस्त न्यायिक अधिकारीगण, बैंक अधिकारी/कर्मचारी, वादकारीगण, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

इनपुट : व्यूरो रिपोर्ट

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