Visitors have accessed this post 339 times.
भारतीय किसान संगठन के कार्यकर्ताओं ने किसान नेता निशान्त चौहान के नेतृत्व में मानसून सत्र में भारत सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में सुधार के नाम पर संसद द्वारा पारित कराएं गए तीनो बिलों को रोके जाने की मांग करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी विजय कुमार शर्मा को सौंपा।
भारतीय किसान संगठन (पूरण सिंह)के कार्यकर्ता किसान नेता निशान्त चौहान ने ज्ञापन में कहा है कि जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर खरीद को कानून बनाकर अपराध की श्रेणी में सरकार नही लाती है,तब तक उपरोक्त बिलों से किसान किसान ही नही आम जन का भी शोषण होगा। किसान अपनी फसल को देश में कहीं भी बेचने के लिए पहले से ही स्वतंत्र है ,फिर बिल बिल क्यों?? श्री चौहान ने कहा कि भंडारण क्षमता की सीमा समाप्त करने से केवल कुछ व्यापारिक घराने कम मूल्य पर किसान से बोली पर खरीदकर एक सीमा समय अंतराल पर पर किसान सहित आम जन ऊंचे दाम पर खरीदने के लिए मजबूर होंगे।आवश्यक वस्तु अधिनियम बिल द्वारा आलू, प्याज,टमाटर,तेल जैसी रोजमर्रा की चीजें बाहर करने से आम आदमी की खरीद क्षमता से दूर हो जायेंगी। किसानों ने इन तीनो बिलो का पुरजोर विरोध किया है। ज्ञापन देने वालों में अभय चौहान एड, हिमांशु शर्मा एड,अरविंद यादव,मधुसूदन पुंढीर,अरुण सिसोदिया , रोहित राघव , जितेंद्र पचौरी आदि लोग उपस्थित थे।
INPUT – अनूप शर्मा