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सिकंदराराऊ – कोतवाली क्षेत्र के गांव बसई की राशन डीलर के खिलाफ पूर्ति निरीक्षक ने कोतवाली में राशन की कालाबाजारी किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पूर्ति निरीक्षक सरिता ने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि 15 सितंबर को हाथरस रोड स्थित नहर के पास मैक्स गाड़ी में राशन का गेहूं बेचने के लिए ले लाया जा रहा था। उक्त गाड़ी को ड्राइवर टिंकू पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी गांव बसई चला रहा था। 15 सितंबर को सुबह 7 बजे चरन सिंह की दुकान से गेहूं भरकर सिकंदराराऊ जा रहा था। पुलिस की गाड़ी ने मैक्स को रोक लिया। मौके पर ही उपस्थित भगवती प्रसाद पुत्र नेत्रपाल निवासी गांव बसई द्वारा बयान दिया गया था | चरन सिंह राशन डीलर अमरवती देवी का सगा देवर है। पिछले 15 दिन से राशन की दुकान से थोड़ा-थोड़ा करके राशन चरन सिंह की परचून की दुकान में ले जाया जा रहा था । वही राशन मैक्स गाड़ी में लादकर कालाबाजारी के लिए सिकंदराराऊ लाया जा रहा था।
जिलाधिकारी के निर्देश पर राशन विक्रेता की उपस्थिति में दुकान में उपलब्ध खाद्यान्न का भौतिक सत्यापन करने पर 10 बोरी सीलबंद चने के तथा लगभग 45 किलोग्राम चना खुला हुआ पाया गया। गेहूं तथा चावल शून्य मिला। तभी विक्रेता ने बताया कि दुकान के सामने वाले कमरे में अभी कुछ राशन रखा है। उसका भी सत्यापन किया गया । जिसमें केवल 29 बोरे गेहूं के मशीन की सिलाई युक्त पाए गए । जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि राशन विक्रेता की दुकान में 113 बोरे गेहूं, 101 बोरे चावल तथा 9 बोरे चने के कम पाए गए हैं। प्रथम दृष्टया उक्त प्रकरण कालाबाजारी का प्रतीत होने के दृष्टिगत विक्रेता की दुकान में उपलब्ध 39 बोरे गेहूं तथा लगभग 11 बोरे चना ग्राम पंचायत बसई वावस की दूसरी उचित दर विक्रेता शकील फातिमा की सुपुर्दगी में दे दिया गया। इस प्रकार दुकान में उपलब्ध खाद्यान्न के भौतिक सत्यापन से स्पष्ट है कि विक्रेता द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना एवं राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत आवंटित खाद्यान्न गेहूं, चावल एवं चने का स्वयं के हित में दुरुपयोग कर खाद्यान्न की कालाबाजारी की जा रही है।
इनपुट -: अनूप शर्मा